जागरण संवाद सूत्र, खरसावां। सरायकेला-खरसावां जिले में अफीम की अवैध खेती पर रोक लगाने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुनायत के निर्देश पर खरसावां थाना क्षेत्र के सीमावर्ती इलाकों में संभावित अफीम खेती को लेकर व्यापक स्तर पर भौतिक सत्यापन अभियान चलाया गया।
इस दौरान आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए ड्रोन कैमरे से खेतों की निगरानी की गई। खरसावां थाना क्षेत्र के रायजमा, चैतनपुर, गोबरगोंता समेत अन्य सीमावर्ती गांवों में ड्रोन के माध्यम से वीडियो और फोटो रिकॉर्डिंग की गई।
एसएसबी रायजमा और खरसावां पुलिस की संयुक्त टीम ने अब तक करीब 80 एकड़ भूमि का भौतिक सत्यापन किया। जांच के दौरान कहीं भी अफीम की अवैध खेती नहीं पाई गई, जिससे प्रशासन को राहत मिली है।
ग्रामीणों को किया गया जागरूक
सत्यापन में यह भी सामने आया कि अधिकांश खेत परती अवस्था में हैं। वहीं, कुछ खेतों को वैध कृषि कार्यों के लिए तैयार किया गया है, जिनमें सरसों, मटर, आलू, चना और विभिन्न प्रकार की सब्जियों की खेती की जा रही है।
भौतिक सत्यापन के साथ-साथ पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान भी चलाया गया। खरसावां थाना प्रभारी गौरव कुमार ने रायजमा, चैतनपुर, गोबरगोंता सहित अन्य गांवों का दौरा कर ग्रामीणों को अफीम की अवैध खेती और इसके विक्रय से जुड़े कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि अफीम की खेती और तस्करी गंभीर अपराध है, जिसमें कठोर सजा और भारी जुर्माने का प्रावधान है।
ग्रामीणों को अफीम के सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी दुष्प्रभावों से भी अवगत कराया गया। साथ ही उन्हें अफीम के स्थान पर वैकल्पिक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया, ताकि वे कानूनी रूप से अपनी आय बढ़ा सकें और किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से बच सकें।
पिछले वर्ष हुई थी बड़ी कार्रवाई
गौरतलब है कि पिछले वर्ष खरसावां के सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए करीब 83 एकड़ भूमि में लगी अफीम की अवैध खेती को नष्ट किया था। उसी के बाद से पुलिस और प्रशासन लगातार निगरानी बनाए हुए है।
इस वर्ष ड्रोन के माध्यम से की गई जांच में अवैध खेती नहीं मिलने को प्रशासन अपनी सतर्कता और जागरूकता अभियानों का सकारात्मक परिणाम मान रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में भी इस तरह के सत्यापन अभियान जारी रहेंगे।
किसी भी स्तर पर अफीम की अवैध खेती या तस्करी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन ने आम लोगों से भी अपील की है कि यदि कहीं अफीम की खेती या इससे जुड़े अवैध गतिविधियों की जानकारी मिले, तो तत्काल पुलिस को सूचित करें।
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