Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Hemant Soren: हेमंत सोरेन की बैठक में नहीं पहुंचा यह विधायक, इस बात का हवाला देकर किया नजरअंदाज

    By Kalicharan Mandal Edited By: Shashank Shekhar
    Updated: Wed, 31 Jan 2024 03:42 PM (IST)

    एक ओर सत्ता पक्ष के विधायकों-मंत्रियों का जुटान मंगलवार को रांची में हो रहा था तो दूसरी ओर बोरियो से सत्ताधारी पार्टी के विधायक लोबिन हेंब्रम अपने क्षेत्र में व्यस्त रहे। मंगलवार को उन्होंने तालझारी प्रखंड की विभिन्न पंचायतों में विधायक निधि से बनने वाली कई योजनाओं का शिलान्यास किया। बताया जाता है कि सोमवार को रांची से पार्टी की ओर फोन कर वहां पहुंचने का निर्देश दिया गया था।

    Hero Image
    तालझारी के सगड़भंगा में चेक डैम निर्माण कार्य का शिलान्यास करते बोरियो विधायक लोबीन हेंब्रम

    संवाद सहयोगी, तालझारी (साहिबगंज)। एक ओर सत्ता पक्ष के विधायकों और मंत्रियों का जुटान मंगलवार को रांची में हो रहा था तो दूसरी ओर बोरियो से सत्ताधारी पार्टी के विधायक लोबिन हेंब्रम अपने क्षेत्र में व्यस्त रहे। मंगलवार को उन्होंने तालझारी प्रखंड की विभिन्न पंचायतों में विधायक निधि से बनने वाली कई योजनाओं का शिलान्यास किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम बड़ा दुर्गापुर पंचायत के मिशन स्कूल में पांच लाख रुपये की लागत से साइकिल शेड निर्माण कार्य, ठाकुर हांसदा के घर के पास 17 लाख की लागत से पीसीसी सड़क निर्माण, सगड़भंगा में चेक डैम निर्माण सहित कई अन्य योजनाओं का शिलान्यास किया। मौके पर पोखरिया पंचायत के मुखिया गोपाल हेंब्रम, रंजित कुमार सहित अन्य थे।

    बाबूलाल के साथ किया था मंच साझा

    बताया जाता है कि सोमवार को रांची से पार्टी की ओर फोन कर वहां पहुंचने का निर्देश दिया गया था, लेकिन वह नहीं गए। ऐसे में उनके जाने की उम्मीद कम ही है। इस संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि फिलहाल वह अपने क्षेत्र में व्यस्त हैं। रांची जाने का अभी कोई कार्यक्रम नहीं है। गौरतलब हो कि बोरियो विधायक लोबिन हेम्ब्रम करीब दो साल से सरकार के खिलाफ बोलते रहे हैं।

    जिले में अवैध खनन व आदिवासियों की जमीन पर कब्जे का मामला वह उठाते रहे हैं। पिछले 14 फरवरी को साहिबगंज कॉलेज में आयोजित सोहराय मिलन समारोह में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के साथ उन्होंने मंच भी साझा किया था तथा राज्य सरकार को खरी खोटी सुनाई थी।

    ये भी पढ़ें: झारखंड में कभी भी हो सकता है 'खेला', विधायकों ने किए हस्ताक्षर; जानिए क्या है विधानसभा का गणित

    ये भी पढ़ें: झारखंड की सियासत में आज हो सकता है बड़ा 'उलटफेर', हेमंत खेमे में बढ़ी टेंशन; CM पद के लिए सोरेन परिवार में ही छिड़ी जंग