संताल लिबरेशन आर्मी प्रमुख रोहित मुर्मू मुठभेड़ में ढेर, असम पुलिस ने किया एनकाउंटर
संताल लिबरेशन आर्मी के प्रमुख रोहित मुर्मू को असम पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया। उस पर साहिबगंज और गोड्डा में कई मामले दर्ज थे। वह पहले राष्ट्रीय संथाल मुक्ति सेना का सदस्य था, बाद में उसने संताल लिबरेशन आर्मी बनाई। पुलिस को उसकी तलाश थी क्योंकि वह कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल था, जिसमें अरुण साह की हत्या और रेलवे ट्रैक पर विस्फोट शामिल हैं।

संताल लिबरेशन आर्मी प्रमुख रोहित मुर्मू मुठभेड़ में ढेर
संवाद सहयोगी,बरहेट (साहिबगंज)। संताल लिबरेशन आर्मी के प्रमुख रोहित मुर्मू उर्फ एपिल मुर्मू को असम पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। उसके खिलाफ साहिबगंज व गोड्डा जिले के विभिन्न थानों में आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे। पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी। मुठभेड़ में उसके मारे जाने से पुलिस ने राहत की सांस ली है।
बताया जाता है कि असम के कोकराझार जिले के सलाकाटी थाना क्षेत्र के नादंगुरी में पुलिस के साथ मुठभेड़ में वह मारा गया। वह मूल रूप से असम के कोकराझार जिले के कचुगांव का रहनेवाला था।
वह पहले उग्रवादी समूह राष्ट्रीय संथाल मुक्ति सेना का सदस्य था। बाद में संगठन के सदस्यों ने आत्मसमर्पण कर दिया और वह भागकर साहिबगंज आ गया। यहां उसने संताल लिबरेशन आर्मी का गठन किया और आपराधिक घटनाओं को अंजाम देना शुरू किया।
अरुण साह की हत्या के चर्चा में आया था संगठन
जून 2020 में मोतीपहाड़ी के रहनेवाले अरुण साह का अपहरण संताल लिबरेशन आर्मी के सदस्यों ने कर लिया था। उसकी खोज में पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही थी। इसी क्रम में बरहेट के बोरबांध में पुलिस व संताल लिबरेशन आर्मी के बीच मुठभेड़ हो गई।
इसमें बरहेट थाना के सहायक अवर निरीक्षक चंद्राय सोरेन को गोली लग गई। बाद में इलाज के दौरान उनका बलिदान हो गया। उधर, मुठभेड़ के बाद अपने को पुलिस से घिरते देखकर संताल लिबरेशन आर्मी ने अरुण कुमार साह की गोली मारकर हत्या कर दी। इन दोनों मामलों में वह आरोपित था। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
एमजीआर रेल लाइन को विस्फोटक लगाकर उड़ा दिया
इसी बीच रोहित मुर्मू अपने कुछ साथियों के साथ छह फरवरी 2022 को माेतीपहाड़ी पहुंचा था। इस दौरान ग्रामीणों ने सभी को पकड़ लिया और जमकर पिटाई कर दी।बाद में पुलिस को सौंप दिया। उसकी पहचान राेहित मुर्मू के रूप में हुई।
लेकिन बाद में वह जमानत पर छूट गया और पुन: आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने लगा। एक अक्टूबर 2024 को बरहेट थाना क्षेत्र के रांगा घुट्टू गांव के पास ललमटिया से फरक्का जाने वाली एमजीआर रेल लाइन को विस्फोटक लगाकर उड़ा दिया। इस मामले में भी पुलिस उसे खोज रही थी।
रेलवे ट्रैक पर विस्फोट हुआ
23 अक्टूबर को पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफ रेलवे) के अलीपुरद्वार डिवीजन में सलाकाटी और कोकराझार स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर विस्फोट हुआ। इसी जांच के दौरान इस कांड में रोहित मूर्मू का नाम सामने आया। इसके बाद असम पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
बताया जाता है कि वहां की पुलिस ने बरहेट थाना प्रभारी पवन कुमार से संपर्क किया था। पवन कुमार लगातार रोहित मुर्मू के पीछे लगे हुए थे। पता चला कि 10-15 दिन पूर्व वह यहां आया था और अपनी महिला मित्र को लेकर यहां से गया। इसके बाद उस महिला मित्र का लोकेशन बरहेट थाना प्रभारी ने निकाला। इसके बाद असम पुलिस उसके ठिकाने तक पहुंची।
रोहित मुर्मू पर साहिबगंज-गोड्डा में कई मामले दर्ज थे। एक बार उसे गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया था लेकिन वह बेल पर बाहर आ गया था। उसका बेल रद कराकर उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही थी लेकिन वह हाथ नहीं आ रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए बरहेट थाना प्रभारी पवन कुमार काे कई बार असम भेजा गया था। बरहेट थाने की पुलिस असम पुलिस के नियमित संपर्क में थी जिसके परिणामस्वरूप उसका लोकेशन मिला और पुलिस जब पकड़ने गई तो मुठभेड़ में वह मारा गया।- अमित कुमार सिंह, एसपी, साहिबगंज

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