Aadhaar Card: हजार रुपये में बना दिया फर्जी आधार, हिंदू किशोरी बनी मुस्लिम बालिग
बरहड़वा रेलवे स्टेशन पर गश्ती के दौरान बुर्का पहने एक किशोरी और एक युवक को पकड़ा गया। किशोरी के पास से मिले आधार कार्ड में छेड़छाड़ की गई थी, जिसमें उसकी उम्र और नाम बदला गया था। असली आधार कार्ड में उसकी उम्र 13 साल थी। पुलिस ने किशोरी और आरोपी को उसके परिवार वालों को सौंप दिया।

संवाद सहयोगी, बरहड़वा (साहिबगंज)। हरियाणा के सेक्टर 24 गुरुग्राम नाटोपुर तोताराम चौक की रहनेवाली 13 साल की हिंदू नाबालिग लड़की व उसको भगाने तथा मतांतरण के प्रयास के आरोपित पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के शुरून के साहेल अली को सोमवार को हरियाणा की पुलिस अपने साथ लेकर चली गई।
आरोपित को वहीं कोर्ट में पेश किया जाएगा तथा किशोरी की मेडिकल जांच कराई जाएगी। उधर, अपनी बेटी को सकुशल पाकर किशोरी के माता-पिता की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े।
क्या है मामला?
साहेल अली ने किशोरी को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया और उसे लेकर वहां से फरार हो गया। किशोरी की वास्तविक उम्र मात्र 13 साल है लेकिन युवक ने 18 साल की रेशमा खातून के नाम से आधार कार्ड बनवा लिया। बंगाल ले जाकर किशोरी का मतांतरण कराने की योजना थी।
हालांकि, रास्ते में ही किशोरी को साजिश की भनक लग गई और मौका देखकर बरहड़वा रेलवे स्टेशन पर वह उतर गई। उसे समझाने बुझाने के लिए साहेल अली भी उतर गया। इसी क्रम में गश्ती कर रहे आरपीएफ कॉन्स्टेबल अनिल कुमार व प्रलयंकर कुमार की नजर दोनों पर पड़ी।
कॉन्स्टेबल दोनों को हिरासत में लेकर आरपीएफ पोस्ट पहुंचे। मामले की छानबीन शुरू की तो पूरा भेद खुल गया। इसके बाद बच्ची के स्वजन के साथ-साथ संबंधित थाने की पुलिस को भी मामले की जानकारी दी गई। वहां से स्वजन व पुलिस पदाधिकारी सड़क मार्ग से पहुंचे और सोमवार को दोनों को लेकर चले गए। किशोरी नेपाली मूल की है।
करता था सफाई का काम:
किशोरी को बहला फुसलाकर भगाकर ले जाने के मामले में गिरफ्तार साहेल अली हरियाणा के गुरुग्राम में नाबालिग किशोरी के मकान के सामने के मकान में ही रहता था। पूछताछ में साहेल अली ने बताया कि उसके पिता मन्नान अली का स्वर्गवास हो चुका है। उसके रिश्तेदार भी दिल्ली में रहते हैं। साहेल अली टोरंटो कंपनी में काम करता था। कंपनी के निर्देश पर वह घर-घर जाकर साफ-सफाई का काम करता था। उसने पढ़ाई नहीं की है।
बरहड़वा रेलवे स्टेशन पर गश्ती के क्रम में एक किशोरी व एक युवक को पकड़ा गया था। किशोरी बुर्के में थी। उसके पास से बरामद आधार में उसका नाम रेशमा खातून तथा उम्र 18 साल अंकित था। हालांकि, जब उसके मूल आधार की जांच की गई तो उसमें उम्र मात्र 13 साल तथा नाम भी कुछ और था। इसकी सूचना संबंधित थाने को दी गई। इसके बाद किशोरी के स्वजन व संबंधित थाने के एएसआइ सतीश कुमार पहुंचे। किशोरी व आरोपित को उनके हवाले कर दिया गया है।
संजीव कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर, बरहड़वा आरपीएफ पोस्ट
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