नोटिस मिलते ही दौड़े-भागे पहुंचे डाक्टर नवल किशोर
सिविल सर्जन डा. अरविद कुमार द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच दल ने सोमवार को हबीबपुर में नवल किशोर साह के घर में संचालित क्लिनिक की जांच की। नवल किशोर साह के साथ-साथ उनकी पत्नी से भी पूछताछ की।

जागरण संवाददाता, साहिबगंज : सिविल सर्जन डा. अरविद कुमार द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच दल ने सोमवार को हबीबपुर में नवल किशोर साह के घर में संचालित क्लिनिक की जांच की। नवल किशोर साह के साथ-साथ उनकी पत्नी से भी पूछताछ की। उन्हें अपनी शैक्षिक योग्यता से संबंधित कागजात पेश करने को कहा गया है। सूत्रों की मानें तो जांच टीम को कुछ गड़बड़ी मिली है। टीम को एक पर्ची हाथ लगी है जिसपर डा. नवल किशोर साह एमबीबीएस (ए) कोलकाता, सीसीएच मुंबई लिखा हुआ है। उसपर जेनरल फिजिशियन एवं शिशु रोग विशेषज्ञ भी अंकित है, जबकि वे रूरल हेल्थ प्रैक्टिशनर हैं।
गौरतलब हो कि पिछले दिनों एक व्यक्ति ने उपायुक्त रामनिवास यादव से नगर थाना क्षेत्र के हबीबपुर मोहल्ले में अवैध रूप से निजी क्लिनिक चलाने की शिकायत की थी। इसमें बताया था कि नवल किशोर साह फर्जी तरीके से चिकित्सक का बोर्ड लगा कर अवैध कारोबार कर रहे हैं। वे अपने आप को स्त्री एवं शिशु रोग विशेषज्ञ बताते हैं जबकि उनके पास किसी प्रकार का कोई डिग्री नहीं है। शिकायत के आलोक में उपायुक्त रामनिवास यादव ने सिविल सर्जन को मामले की जांच कराने का निर्देश दिया था। इसके बाद सीएस ने जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डा. थॉमस मुर्मू, जिला वीबीडी पदाधिकारी डा. मोहन पासवान व अमित कुमार की एक टीम गठित की थी। टीम सोमवार को सुबह 11 बजे हबीबपुर स्थित उनके क्लिनिक में पहुंची। स्वजनों ने बताया कि नवल किशोर साह बाहर गए हुए हैं। इसके बाद टीम ने स्वजनों को एक नोटिस रिसीव करा दिया जिसमें कहा गया था एक सप्ताह के अंदर वे अपने शैक्षिक प्रमाणपत्र के साथ टीम के समक्ष उपस्थित हो अन्यथा एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी। इसके एक घंटे बाद ही नवल किशोर साह टीम के समक्ष पहुंच गए। उन्होंने अपना पक्ष रखा। हालांकि टीम इससे संतुष्ट नहीं है। वैसे इस संबंध में पूछे जाने पर टीम के सदस्य डा. मोहन पासवान ने इस संबंध में कुछ भी बताने से इन्कार किया।
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