गव्य विकास विभाग की डीप बोरिंग योजना में ठगी, साहिबगंज की 100 महिलाएं बनीं शिकार, कर्ज चुकाने का बढ़ा दबाव
साहिबगंज में गव्य विकास विभाग की डीप बोरिंग योजना में गंगा प्रसाद पंचायत की करीब 100 महिलाएं ठगी का शिकार हो गई हैं। बिचौलिये ने बोरिंग के नाम पर 40-40 हजार रुपये लिए, लेकिन काम नहीं हुआ। अब रिकवरी एजेंट कर्ज वसूली के लिए आ रहे हैं, जिससे महिलाओं पर कर्ज का बोझ बढ़ गया है और परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है।

डीप बोरिंग योजना में ठगी
जागरण संवाददाता, साहिबगंज। गव्य विकास विभाग की डीप बोरिंग के नाम पर ठगी की शिकार हुई सदर प्रखंड की गंगा प्रसाद पूर्व मध्य पंचायत के महादेवगंज व गंगा प्रसाद पश्चिम मध्य पंचायत के जयंतीग्राम व कोदरजन्ना की महिलाएं इन दिनों काफी परेशान हैं।
एक तरफ बोरिंग नहीं हुई तो दूसरी तरफ अब कर्ज की राशि वसूली के लिए रिकवरी एजेंट हर दिन सुबह शाम घर पर पहुंच रहे हैं। रिकवरी एजेंट को देखकर महिलाएं घर छाेड़कर इधर-उधर चली जाती हैं।
उधर, घर की महिला व कमाऊ पति पर अतिरिक्त बोझ बढ़ गया है। लोन भरने के चक्कर में परिवार की स्थिति डगमगाने लगी है। बच्चों के भरण पोषण से इतना नहीं बच पा रहा है कि ग्रुप का कर्ज चुका सके।
बिचौलिया का गुस्सा अपनी पत्नी पर
ऐसी स्थिति में कई घर में पुरुष बिचौलिया का गुस्सा अपनी पत्नी पर निकाल रहे हैं। उधर, गांव की महिलाएं बिचौलिए को खोज रही है। महिलाओं को देखकर वह भी घर छोड़कर फरार हो जाता है।
जयंती ग्राम की रहने वाली महिला सुलेखा देवी, सुनीता मोस्मात, रिंकी राम, अंजली देवी आदि ने बताया कि पति मजदूरी करके परिवार चलाता है। गांव के बगल के एक बिचौलिये ने डीप बोरिंग बोरिंग दिलाने के नाम पर 40-40 हजार रुपया ले लिया।
बताया कि आठ माह से अधिक समय हो गया लेकिन बोरिंग करने के बाद मोटर नहीं दिया है। ऐसा लगता है कि हम लोग ठगी के शिकार हो गए। हमलोगों ने कर्ज लेकर राशि दी थी। अब तक किसी महिला ने अपना कर्ज नहीं चुकाया है। एजेंट अब घर पर आता है तो छिपना पड़ता है।
क्या है मामला
गव्य विकास विभाग की डीप बोरिंग योजना के नाम पर सदर प्रखंड की गंगा प्रसाद पूर्व मध्य पंचायत के महादेवगंज और गंगा प्रसाद पश्चिम मध्य पंचायत के जयंतीग्राम में करीब सौ लोगों से बिचौलिया ने 40-40 हजार रुपया ठग लिया।
दोनों गांव के करीब 50-50 लोग इसके शिकार हुए हैं। छह-सात माह पूर्व रुपये की ठगी की गई। लोगों को जब अपने आप के ठगे जाने का एहसास हुआ तो उन्होंने हो हंगामा किया।
इसके बाद कुछ लोगों के यहां पाइप गाड़ा गया है। हालांकि, उसमें अब तक समरसेबल नहीं लगाया गया है। बोरिंग की गहराई कितनी है यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।