World Environment Day: बच्चों ने पेंटिंग बनाकर पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश, दिव्यांगों ने अपने नाम पर लगाए पौधे
World Environment Day Natural Gift Oxygen कार्यक्रम में बच्चों को पौधारोपण के लिए भी प्रेरित किया गयाl साथ ही साथ बच्चों ने यह संदेश दिया कि अगर हम पृथ्वी के साथ और प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करेंगे तो पृथ्वी हमें कभी माफ नहीं करेगी।

रांची, जासं। कलाकृति स्कूल ऑफ आर्ट्स एवं कलाकृति आर्ट फाउंडेशन की ओर से डोरंडा कन्या पाठशाला में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर घर बैठे चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्था के सैकड़ों बच्चों ने अपने-अपने घरों से पर्यावरण संरक्षण से संबंधित संदेश अपने पेंटिंग के माध्यम से दिया। इस प्रतियोगिता में बच्चों को भाग लेने के लिए पेंटिंग के साथ एक पौधा भी लगाना था। कार्यक्रम में बच्चों को पौधारोपण के लिए प्रेरित किया गया।
साथ ही बच्चों ने यह संदेश दिया कि अगर हम पृथ्वी के साथ और प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करेंगे तो पृथ्वी हमें कभी माफ नहीं करेगी। पूरा विश्व आज कोरोना महामारी से त्राहिमाम कर रहा है और इस वक्त मानो पृथ्वी सबसे सुकून महसूस कर रही है। पृथ्वी अपने आप को फिर से रिचार्ज कर रही है। इस अवसर पर कलाकृति के निदेशक एवं चित्रकार धनंजय कुमार ने बच्चों को जूम एप के माध्यम से पृथ्वी में हो रहे नकारात्मक परिवर्तन के बारे में बताया।
साथ ही, पृथ्वी को बचाने के लिए हर किसी को जागरूक करने का संदेश दिया। सभी बच्चों ने अपने और अपने प्रियजनों के जन्मदिन पर पौधा लगाने और उपहार स्वरूप पौधा देने का संकल्प लिया। इस अवसर पर कलाकृति की रजनी कुमारी, हर्ष, हर्षिता एवं अन्य शिक्षक एवं छात्रों ने सहयोग किया।
विश्व पर्यावरण दिवस पर दिव्यांगजनों ने अपने-अपने नाम पर पौधे लगाए
झारखंड पेरेंट्स एसोसिएशन द्वारा संचालित विशेष बच्चों के लिए कार्य करने वाली कोशिश संस्था के द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस अशोक नगर काॅलोनी में मनाया गया। इस अवसर पर कोशिश संस्था से जुड़े दिव्यांगजनों व अभिभावकों के द्वारा नीम, आम, कटहल आदि पेड़ लगाए गए। कार्यक्रम में सभी ने अपने-अपने नाम पर प्रत्येक वर्ष पौधा लगाकर उसकी रखवाली का भी संकल्प लिया।
मौके पर झारखंड पेरेंट्स एसोसिएशन की सचिव दीपा चौधरी ने कहा कि हमने तय किया है कि हर वर्ष पौधा लगाकर अपने पर्यावरण को बचाए रखने की हमेशा कोशिश करेंगे ताकि आने वाले समय में ऑक्सीजन, जल आदि की समस्या ना हो। उन्होंने कहा कि निर्माण और प्रकृति के दोहन का की परिणाम है कि आज तरह-तरह की महामारी मानव जाति का संहार कर रही है। हमने अपने फायदे के लिए हवा, पानी और जमीन हर चीज को दूषित कर दिया है।
ऐसे में प्रदूषण भरे माहौल में अब हमारा जीवन खतरे में हैं। मनुष्यों की औसत आयु कम हो रही है। यही वक्त है कि हम अपने कर्तव्य को समझें और पर्यावरण संरक्षण का कार्य करके आने वाले कल को अपने बच्चों के लिए सुरक्षित करें। आज के इस विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर झारखंड पेरेंट्स एसोसिएशन की सचिव दीपा चौधरी, नीता राय, जया कुमारी, सुषमा शरण, अनंजय, स्मिता बोस, कृष्णानु रॉय, दीपतेस, सुबोजीत, अनुभव, मानी सहाय, सिद्धार्थ सहाय आदि लोग इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए।
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