Jharkhand News: महिला आरक्षण से बदल जाएगी झारखंड की राजनीतिक तस्वीर, विधानसभा में रिजर्व हो जाएंगी इतनी सीटें
Women Reservation Bill लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने के बाद झारखंड की राजनीति में महिलाओं की अहमियत एकाएक बढ़ जाएगी। इसका असर विभिन्न स्तर पर महिलाओं की भागीदारी पर पड़ेगा। राज्य विधानसभा में 27 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होगी। फिलहाल यह आंकड़ा काफी कम है। तमाम दलों की मिलाकर विधानसभा में अभी कुल 12 महिला विधायक हैं।

प्रदीप सिंह, रांची: लोकसभा में नारी शक्ति वंदन विधेयक (महिला आरक्षण विधेयक) के पारित होने के बाद झारखंड की राजनीति में महिलाओं की अहमियत एकाएक बढ़ जाएगी।
फिलहाल आबादी के लिहाज से राजनीति में महिलाओं की कम दखलंदाजी है। प्रमुख राजनीतिक दलों में भी महिला चेहरों की कमी स्पष्ट झलकती है।
भागेदारी और हिस्सेदारी पर पड़ेगा असर
नए सिरे से अब इसमें बदलाव भी तय है। इसका असर विभिन्न स्तर पर महिलाओं की भागीदारी व हिस्सेदारी पर पड़ेगा। राज्य विधानसभा में 27 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होगी।
फिलहाल यह आंकड़ा काफी कम है। तमाम दलों की मिलाकर विधानसभा में अभी कुल 12 महिला विधायक हैं। विधायकों की कुल संख्या 82 (एक मनोनीत) है।
मोर्चा और कांग्रेस के पास सबसे अधिक महिला MLA
महिला विधायकों के मामले में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस गठबंधन आगे है। झारखंड मुक्ति मोर्चा से चार और कांग्रेस से चार महिला विधायक हैं।
2019 में हुए विधानसभा चुनाव में कुल 127 महिला प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया था। तब 10 महिलाएं निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंचीं थीं। उपचुनावों के बाद इसमें बढ़ोतरी हुई। अब विधायकों की संख्या 12 है।
राज्य की 5 लोकसभा सीटें महिलाओं के लिए होंगी आरक्षित
विधानसभा के अलावा झारखंड से लोकसभा और राज्यसभा में भी महिलाओं का प्रतिनिधित्व इसी अनुपात में बढ़ेगा। राज्य में लोकसभा की 14 सीटें हैं। ऐसे में पांच सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी।
फिलहाल राज्य से दो महिलाएं सांसद हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में कोडरमा से भाजपा की टिकट पर अन्नपूर्णा देवी और चाईबासा से कांग्रेस की टिकट पर गीता कोड़ा विजय हुईं थी।
अन्नपूर्णा देवी फिलहाल केंद्र सरकार में शिक्षा राज्यमंत्री हैं। गीता कोड़ा प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष हैं। इसी प्रकार राज्यसभा में भी भागीदारी बढ़ेगी। अभी झारखंड से राज्यसभा की कुल छह सीटें हैं। महिला राज्यसभा सदस्यों में झारखंड मुक्ति मोर्चा की महुआ माजी हैं।
महिला विधायकों ने किया स्वागत
महिलाओं का आरक्षण निर्धारित करने के फैसले से झारखंड की महिला विधायकों में हर्ष है। हालांकि इसे लंबे अरसे से लंबित किए जाने को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
भाजपा की महिला विधायकों ने इसका स्वागत किया है और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया है।
वहीं महगामा से कांग्रेस की विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि इसका पूरा श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी को जाता है। सबसे पहले उन्होंने इस बारे में सोचा। नरसिम्हा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने इसे पंचायतों में लागू कराया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।