Sandhya Topno: जिसने दर्ज कराई थी FIR, उसी ने आरोपी को पहचानने से किया इनकार; दारोगा हत्याकांड के 5 गवाह मुकरे
तुपुदाना दारोगा संध्या टोपनो हत्याकांड में गवाहों के मुकरने से आरोपियों के बरी होने की संभावना बढ़ गई है। शिकायतकर्ता रसियन केरकेट्टा सहित कई पुलिसकर्मी अपने पहले के बयान से पलट गए हैं। संध्या टोपनो की हत्या 19 जुलाई 2022 को हुई थी जब एक पिकअप वैन ने उन्हें टक्कर मार दी थी। इस मामले में 15 गवाह थे जिनमें से 5 अब तक मुकर चुके हैं।

संजय साहू, तुपुदाना (रांची)। तुपुदाना के बहुचर्चित दारोगा संध्या टोपनो हत्याकांड में रांची स्थित न्यायालय में चल रहे ट्रायल के दौरान एक-एक कर सभी गवाह टूटते जा रहे हैं और अपने पूर्व में दिए गए बयान से मुकरते जा रहे हैं।
अगर ऐसा ही चलता रहा तो सभी आरोपित जल्द ही इस केस से बरी हो जाएंगे। गवाही से मुकरने वालों में दारोगा संध्या टोपनो के साथी पुलिसकर्मी व कांड के शिकायतकर्ता रसियन केरकेट्टा भी शामिल हैं। ये घटनास्थल से पकड़े गए आरोपित को पहचानने से ही इनकार कर चुके हैं।
दारोगा संध्या टोपनो की हत्या के बाद तत्कालीन डीजीपी नीरज सिन्हा, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी यह घोषणा की थी कि ड्यूटी पर तैनात दारोगा संध्या टोपनो के हत्यारों को बख्सा नहीं जाएगा।
इस पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच होगी, स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा और उनके स्वजन को न्याय दिलाया जाएगा। लेकिन जिस तरह से गवाह मुकरते जा रहे हैं, ऐसे में जल्द ही सभी आरोपी बरी हो सकते हैं।
क्या है पूरा मामला
तुपुदाना ओपी क्षेत्र में पुराना हुलहुंडू के समीप 19 जुलाई 2022 की रात दारोगा संध्या टोपनो अपने साथी हवलदार सिबल प्रसाद, सिपाही किशोर केरकेट्टा, सिपाही ब्रजेश बड़ाईक, चालक रसियन केरकेट्टा के साथ गश्ती में तैनात थीं।
इसी बीच रात के दो बजे तुपुदाना ओपी के तत्कालीन थानेदार कन्हैया सिंह ने दारोगा संध्या टोपनो को सूचना दी थी कि एक पिकअप वैन जेएच-01ईजे-7501 का पीछा करते हुए तोरपा व बसिया के थानेदार आ रहे हैं।
इस पिकअप वैन ने बसिया, कामडारा व तोरपा थाने की घेराबंदी को तोड़ते हुए कर्रा-तुपुदाना मार्ग से तुपुदाना की ओर आ रही है। इसी सूचना पर दारोगा संध्या टोपनो व उनके साथी पुलिसकर्मी हुलहुंडू के पास घेराबंदी की तैयारी कर रहे थे। कर्रा की तरफ से आ रही पिकअप वैन दिखाई दी।
सभी मिलकर उसे रोकने की कोशिश किए तो उक्त वाहन का चालक जानबूझकर उसी दिशा में अपनी स्टेयरिंग को मोड़ दिया, जिधर दारोगा संध्या टोपनो खड़ी थीं। उन्हें रौंदते हुए पिकअप वैन का चालक भागने लगा, जिसे दौड़ाकर साथी पुलिसकर्मियों ने पकड़ा।
जख्मी दारोगा काे रिम्स ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। इस मामले में दारोगा संध्या टोपनो की गश्ती गाड़ी के चालक रसियन केरकेट्टा के बयान पर तुपुदाना थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
इस कांड के अनुसंधान व पर्यवेक्षण में पुलिस अधिकारियों ने आरोपित पिकअप वैन के मालिक, चालक नेजार खान, साजिद अंसारी व अप्राथमिकी अभियुक्त ताहिर, शाहिद अंसारी, बल्लू, अब्दुल वाहिद, दानिश, कुरैशी व तौसिफ कुरैसी उर्फ राजू के विरुद्ध कांड को सत्य पाया था।
इस कांड में आरोपित बल्लू को छोड़कर सभी गिरफ्तार हुए थे और जेल भेजे गए थे। वर्तमान में दो जेल में हैं, अन्य सभी जमानत पर हैं।
इस कांड में कुल 15 गवाह, पांच मुख्य गवाह गवाही से मुकरे
इस कांड में तीन अनुसंधान अधिकारी सहित कुल 15 गवाह थे। इन गवाहों में चालक रसियन केरकेट्टा, हवलदार सिबल प्रसाद, सिपाही किशोर केरकेट्टा, सिपाही ब्रजेश बड़ाईक, शांति नगेशिया, दारोगा सत्यजीत कुमार, दारोगा अकबर खान, चालक हवलदार सत्येंद्र कुमार सिंह, दारोगा भानु कुमार भारती, सिपाही अनिल भुईयां, सिपाही सत्येंद्र राम, सिपाही उलीन उरांव, दारोगा कन्हैया सिंह, दारोगा मीरा सिंह व दारोगा हुबलाल महतो शामिल थे।
इनमें अब तक शिकायतकर्ता रसियन केरकेट्टा, सिपाही ब्रजेश बड़ाईक, स्वतंत्र गवाह शांति नगेशिया, सिपाही अनिल भुइया व आरक्षी उलीन उरांव गवाही में पूर्व में दिए गए बयान से मुकर चुके हैं।
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