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    Jharkhand: कौन बनेगा BJP विधायक दल का नेता? मरांडी के साथ सीपी सिंह और नीरा यादव भी रेस में

    Updated: Thu, 12 Dec 2024 07:13 PM (IST)

    झारखंड में बीजेपी विधायक दल के नए नेता के लिए अभी इंतजार करना होगा। विधानसभा के पहले सत्र में पार्टी बिना नेता के ही चली गई। अब 22 जनवरी से भाजपा का सदस्यता अभियान चलेगा। इसमें प्रदेश से लेकर पंचायत स्तर तक के चुनाव होंगे। फरवरी तक इस प्रक्रिया के पूरे होने की संभावना है। इसके बाद भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा।

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    बाबूलाल मरांडी, नीरा यादव और सीपी सिंह। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, रांची। भारतीय जनता पार्टी विधायक दल को नए नेता के लिए अभी प्रतीक्षा करनी होगी। विधानसभा के पहले सत्र में पार्टी बिना नेता का चयन किए ही गई। अब 22 जनवरी से भाजपा का सदस्यता अभियान चलना है। इसमें प्रदेश से लेकर पंचायत स्तर तक के चुनाव होंगे। फरवरी तक इस प्रक्रिया के पूरे होने की संभावना है। इसके बाद भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा।

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    प्रदेश अध्यक्ष के लिए नया नाम आने के बाद ही भाजपा विधायक दल का नेता घोषित किए जाने की संभावना है। दोनों ही पद पर नाम तय करते समय भाजपा सामाजिक समीकरण का भी ध्यान रखेगी। केंद्रीय नेतृत्व विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद प्रदेश भाजपा को धारदार बनाने के लिए नई नियुक्तियों में सतर्कता बरत रहा है। इसी वजह से पहले सत्र में नेता का नाम घोषित नहीं किया गया।

    सदन में बाबूलाल मरांडी ने किया नेतृत्व

    गुरुवार को समाप्त हुए विधानसभा के सत्र में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने नेतृत्व किया। हालांकि इसकी कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई थी। लेकिन मंइयां सम्मान योजना समेत कई मुद्दों पर बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार की नीतियों की आलोचना की।

    उम्मीद की जा रही है कि विधायक दल के लिए नए नेता का चयन करने में उनकी दावेदारी मजबूत होगी। इसके अलावा सीपी सिंह, नीरा यादव का नाम भी इस पद के दावेदारों में लिया जा रहा है।

    बाबूलाल ने कहा, अंकगणित में पिछड़े, वोट में हम आगे

    भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह विधायक बाबूलाल मरांडी ने सदन में कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव के वक्तव्य पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि इनकी बातों से लग रहा है कि जिन दो मुख्यमंत्रियों के नाम ये ले रहे हैं, उनका खौफ अब भी सत्ता पक्ष में है। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान बाबूलाल ने कहा कि भाजपा भले ही अंकगणित में पीछे रही हो लेकिन वोट में आगे रही। भाजपा के 37.37 फीसदी वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 15.56 फीसदी ही वोट मिले हैं।

    बाबूलाल ने चाईबासा के गुदरी का जिक्र करते हुए कहा कि आज लोग वहां जाने से कतरा रहे हैं। वहां लांगों को सेंदरा कर मारा जा रहा है। कानून को जनता हाथ में ले रही है। पुलिस कोई काम नहीं कर रही है। डेमोग्राफी का बदलना चिंता की बात है। इससे सबसे अधिक आदिवासी और संथाल प्रमंडल प्रभावित है। संथाल में वर्ष 1951 में 44.66 प्रतिशत आदिवासी थे जो वर्ष 2011 में घटकर 28 प्रतिशत हो गए। झारखंड में एनआरसी करा दें तो पता चल जाएगा कि वहां कैसे डेमोग्राफी बदल गई।

    'सीबीआई जांच से होगा दूध का दूध और पानी का पानी'

    उन्होंने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में बहाली की चर्चा की गई है, लेकिन सीजीएल की परीक्षा के साथ ही उसका विरोध हो रहा है। इसकी सीबीआइ से जांच करा दें तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

    उन्होंने मंइयां सम्मान योजना का जिक्र करते हुए कहा कि रांची डीसी ने सभी बीडीओ को पत्र जारी कर कहा है कि अयोग्य की पहचान कर पैसा वसूली की जाए। इससे पूरे राज्य की महिलाएं संशकित हैं। सरकार बालू की नीलामी नहीं कर पा रही है तो नीलामी होने तक गृह निर्माण के लिए बालू फ्री किया जाए तथा बालू लूट को बंद किया जाए।