झारखंड कैडर के IAS हैं मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, 3 साल तक रहे रांची के DM
Rajiv Kumar CEC India भारत निर्वाचन आयोग के नए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का झारखंड से खास जुड़ाव रहा। रांची से उनका गहरा नाता है। एकीकृत बिहार के समय राजीव कुमार तीन साल से अधिक समय तक रांची के डीएम रह चुके हैं। वे झारखंड कैडर के आइएएस हैं।

रांची, जेएनएन। Rajiv Kumar CEC India इन दिनों चुनाव आयोग चर्चा में है। खासकर झारखंड के परिप्रेक्ष्य में, जहां के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को खदान पट्टा मामले में भारत निर्वाचन आयोग ने संभावित अयोग्यता की कार्रवाई का नोटिस दिया है। इस मामले में जवाब देने के लिए समय मांगे जाने पर सीएम हेमंत सोरेन को आयोग ने 10 दिनों की अतिरिक्त मोहलत दी है। इस बीच झारखंड कनेक्शन वाले राजीव कुमार देश के नये मुख्य चुनाव आयुक्त बनाए गए हैं। वे 15 मई को वर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा से पद भार ग्रहण करेंगे।
नए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का रांची से गहरा नाता रहा है। वे एकीकृत बिहार में तीन साल से अधिक समय तक रांची के डीएम रह चुके हैं। बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद राजीव कुमार झारखंड कैडर में आ गए। इसके बाद वे वर्ष 2001 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए। राजीव कुमार भारतीय प्रशासनिक सेवा 1984 बैच के आइएएस अधिकारी हैं।
देश के नये मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार झारखंड कैडर के पहले बिहार कैडर के आइएएस अधिकारी थे। झारखंड गठन के बाद वे झारखंड कैडर में आ गए। राजीव कुमार केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में भारत सरकार के कई महत्वपूर्ण विभागों में अलग-अलग पदों पर रहकर बड़ी जिम्मेवारियां उठा चुके हैं। राजीव कुमार सितंबर 2020 में चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्त किए गए, इसके बाद अब उन्हें मुख्य चुनाव आयुक्त बनाया गया है। वर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा 14 मई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
एकीकृत बिहार में तीन साल से अधिक समय तक रांची के डीएम रहे राजीव कुमार
एकीकृत बिहार में तीन साल से अधिक समय तक रांची के डीएम, जिला कलक्टर रह चुके राजीव कुमार 15 मई को देश की सबसे अहम संवैधानिक संस्था चुनाव आयोग में बतौर मुख्य चुनाव आयुक्त पद संभालेंगे। झारखंड कैडर के आइएएस अधिकारी राजीव कुमार एक फरवरी 1993 से एक जून 1996 तक रांची के डीएम के पद पर आसीन रहे। अपने सेवा काल में राजीव कुमार एसडीएम, एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर), डीडीसी, डीएम और सचिव आदि पदों पर रहकर शासन-प्रशासन को मजबूती देने में जुटे रहे। वे प्राथमिक शिक्षा और उद्योग विभाग में निदेशक के पद पर भी नियुक्त किए गए। राजीव कुमार फरवरी 2020 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से रिटायर हुए हैं।
36 वर्षों का है सेवा काल, शासन-प्रशासन का लंबा अनुभव
1984 बैच के आइएएस अधिकारी राजीव कुमार का सेवा काल 36 साल का है। उन्हें शासन-प्रशासन का लंबा अनुभव प्राप्त है। अपने पूरे करियर में उन्होंने कई महत्वपूर्ण विभागों और मंत्रालयों में अपनी अहम भूमिका निभाई है। राजीव कुमार वर्ष 2001 से 2007 तक जनजातीय मंत्रालय में निदेशक और संयुक्त सचिव के पद पर अपनी सेवाएं दीं।
1960 में जन्मे राजीव कुमार लोक नीति में पोस्ट ग्रेजुएट
राजीव कुमार का जन्म 19 फरवरी 1960 को हुआ। वे लोक नीति में पोस्ट ग्रेजुएट हैं। सोशल सेक्टर, पर्यावरण और वन, मानव संसाधन, वित्त और बैंकिंग के क्षेत्र में कार्य करने का इन्हें लंबा अनुभव प्राप्त है। पहले राज्य और फिर केंद्र में रहकर इन्हाेंने कई मंत्रालय संभाले। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग में स्थापना अधिकारी के अलावा व्यय विभाग में संयुक्त सचिव और जनजातीय कार्य मंत्रालय, पर्यावरण और वन मंत्रालय में वे सचिव रह चुके हैं।उन्होंने शिक्षा विभाग में भी अहम जिम्मेवारी संभाली है।
पर्वतारोही भी हैं नए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार
भारत निर्वाचन आयोग के नए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार एक सफल पर्वतारोही रहे हैं। लद्दाख, हिमाचल, उत्तराखंड, सिक्किम में कई पहाड़ी दर्रों पर ट्रैकिंग का अनुभव उन्हें हासिल है। राजीव कुमार को शास्त्रीय संगीत, भक्ति संगीत, मेडिटेशन और अध्यात्म में गहरी रुचि है।
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