Bharti Kashyap: चर्चा में है ये गरीबों की डॉक्टर... इनके झारखंड मॉड्यूल से महिलाओं को मिला जीवनदान... कैंसर से छेड़ दी भारी लड़ाई...
Bharti Kashyap गरीबों की डॉक्टर भारती कश्यप एक बार फिर से चर्चा में है। इसकी वजह बड़ी है मकसद गरीब-गुरबा आदिवासी महिलाओं की जिंदगी बचाने का है। आइएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहजानंद सिंह ने सर्वाइकल कैंसर से लड़ने के उनके झारखंड मॉडयूल को बेहद कारगर बताया है।
रांची, [जागरण स्पेशल]। Bharti Kashyap गरीबों की डॉक्टर भारती कश्यप एक बार फिर से चर्चा में है। इसकी वजह बड़ी है, मकसद गरीब-गुरबा, आदिवासी महिलाओं की जिंदगी बचाने का है। आइएमए ने सर्वाइकल कैंसर से लड़ने के उनके झारखंड मॉडयूल को बेहद कारगर बताया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि डॉक्टर भारती कश्यप के सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन के झारखंड मॉड्यूल को देश के दूसरे राज्यों में भी अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन, डब्ल्यूएचओ को भी विकासशील देशों में इस मॉड्यूल को लागू करने की सलाह दी है।
सर्वाइकल कैंसर खत्म करने के झारखंड मॉड्यूल को जानिए...
आइएमए वीमेन डॉक्टर्स विंग, झारखंड और स्वास्थ्य विभाग की ओर से रविवार को स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन शिविर का आयोजन रविन्द्र भवन, जमशेदपुर में किया गया। इसका उद्घाटन झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और आइएमए के अध्यक्ष डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस मेगा महिला स्वास्थ्य शिविर में मैक्स सुपर स्पेशलियटी हॉस्पिटल दिल्ली की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ कनिका गुप्ता की टीम ने सभी महिलाओं की जांच की। इस दौरान 12 महिलाओं में सर्वाइकल प्री-कैंसर पाया गया। जिसे मौके पर ही कोल्पोस्कोप गाइडेड क्रायो ट्रीटमेंट देकर उन्हें कैंसर मुक्त किया गया। इस क्रम में झारखंड की सरकारी सेवारत 30 स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों को सर्वाइकल प्री-कैंसर की डिजिटल वीडियो कॉलपोस्कॉप स्क्रीनिंग और क्रायो ट्रीटमेंट की ट्रेनिंग दी गई।
12 परिवारों को मिला नया जीवन
डॉ भारती कश्यप ने बताया कि कैंप में आईं 12 महिलाओं में सर्वाइकल प्री-कैंसर पाया गया। जिन्हें कैंप स्थल पर ही कोल्पोस्कोप गाइडेड क्रायो ट्रीटमेंट देकर कैंसर से मुक्त किया गया। 210 महिलाओं को गर्भाशय ग्रीवा की सूजन खत्म करने की मुफ्त दवा दी गई। कैंप में आई सभी 351 महिलाओं को आयरन फोलिक एसिड और कैल्शियम की एक महीने की खुराक मुफ्त में दी गई।
मेगा महिला स्वास्थ्य शिविर में 351 महिलाओं की जांच
डॉ भारती कश्यप ने बताया कि मेगा कैंप में कुल 351 मरीजों की जांच की गई। जिनमें से कुल 210 महिलाओं में जेनाईटल इन्फेक्शन पाया गया। 12 महिलाओं में सर्वाइकल प्री-कैंसर पाया गया। जिन्हें क्रायो ट्रीटमेंट देकर कैंसर से मुक्त किया गया। शिविर में आने वाली सभी महिलाओं को 1 महीने की आयरन फोलिक एसिड एवं कैल्शियम की गोलियां मुफ्त बांटी गयी। जननांग से सफेद स्त्राव यानी कि लुकोरिया से ग्रसित सभी महिलाओं को किट 2 एवं किट 6 की गोलियां मुफ्त में बांटी गयी।
एक नजर में देखें... महिलाओं में होने वाले कैंसर के आंकड़े
- ब्रेस्ट कैंसर : शहरी महिलाओं में यह कैंसर सबसे अधिक पाया जाता है। ग्रामीण महिलाओं में यह दूसरा सामान्य तौर पर पाया जाने वाला कैंसर है। आजकल कम उम्र में ही स्तन कैंसर के मामले सामने आने लगे हैं। यह स्तन में असामान्य रूप से कोशिकाओं के परिवर्तन और वृद्धि होने से होता है, यही कोशिकाएं मिलकर ट्यूमर बनाती हैं।
लक्षण : स्तन से दूध जैसा सफेद पदार्थ या खून आना, स्तन की त्वचा पर नारंगी रंग का स्पॉट दिखाई देना। कोई गांठ, अग्रभाग का धंसा हुआ होना, आकार में बदलाव होना।
- सर्वाइकल कैंसर : इंडियन काउंसिल फॉर सर्वाइकल रिसर्च के मुताबिक सर्वाइकल कैंसर से भारत में वर्ष 2015 के दौरान करीब 63 हजार महिलाओं की मृत्यु हुई थी। यह ह्यूमन पैपिलोमा नामक वायरस से होता है जो यौन संबंध से फैलता है। यह कैंसर गर्भाशय ग्रीवा से शुरू होता है, जो गर्भाशय का सबसे निचला हिस्सा है। यहां से यह कैंसर धीरे-धीरे शरीर के दूसरे हिस्सों में फैलता है।
लक्षण : रजोनिवृत्ति के बाद रक्तस्राव होना, सामान्य से अधिक रक्तस्राव, असामान्य डिस्चार्ज चेतावनी के संकेत हैं।
डराते हैं मौत के ये आंकड़े
भारत में महिलाओं में होने वाले कैंसर का 44.2% ब्रेस्ट एवं सर्वाइकल कैंसर का है। भारत में प्रति घंटे 7 महिलाओं की मृत्यु सर्वाइकल कैंसर से और हर घंटे ब्रेस्ट कैंसर से 10 महिलाओं की मौत होती है। सर्वाइकल कैंसर एक प्रीवेंटेबल कैंसर है एवं शुरुआती दौर में इसका पता लगने पर पूरी तरह से इलाज संभव है।
झारखंड को गर्भाशय ग्रीवा कैंसर से मुक्त बनाने का अभियान
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, विमेन डॉक्टर्स विंग की राष्ट्रीय सह अध्यक्ष डॉ भारती कश्यप ने बताया कि झारखंड सरकार के प्रयासों से सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन अभियान को नई गति और नई दिशा मिली है। हमने इसमें अब ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग को भी जोड़ा है। उन्होंने बताया कि 2015 में जब हमने सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन अभियान विमेन डॉक्टर्स विंग के बैनर तले पूरे झारखंड में शुरू किया था, तब से अब तक हम तीन दिशा में काम कर रहे हैं।
पहला है रूरल एरिया में महिला स्वास्थ शिविर का आयोजन करना, सभी सरकारी अस्पतालों के इंफ्रास्ट्रक्चर के सुदृढ़ीकरण में मदद करना और सरकारी महिला रोग विशेषज्ञ को सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग और सर्वाइकल प्री-कैंसर के उपचार का प्रशिक्षण दिलवाना। झारखंड के 23 सदर अस्पताल में से 11 सदर अस्पतालों में हम सर्वाइकल कैंसर की जांच एवं उपचार की मशीन लगाने में सफल हुए। डॉ भारती कश्यप ने कहा कि मैंने खुद रांची सदर अस्पताल में अपने वित्तीय सहयोग से इस मशीन को लगाया। कई बार अमेरिका, दिल्ली और कोलकाता के कैंसर स्त्री रोग विशेषज्ञों से सरकारी स्त्री रोग विशेषज्ञों को प्रशिक्षण भी दिलवाया।