विजय दिवस पर संघ शाखाओं में स्वयंसेवकों ने मनाया प्रहार दिवस, 1971 के शहीदों को दी श्रद्धांजलि
रांची में विजय दिवस पर संघ शाखाओं में स्वयंसेवकों ने प्रहार दिवस मनाया। इस अवसर पर 1971 के युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। स्वयंसेवकों ने ...और पढ़ें

विजय दिवस पर संघ शाखा में आयोजित प्रहार दिवस में भाग लेते स्वयंसेवक और पदाधिकारी। जागरण
संजय कुमार, रांची। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सभी शाखाओं पर विजय दिवस के दिन 16 दिसंबर को प्रहार दिवस के रूप में मनाया गया। इसके तहत सुबह और शाम में लगने वाली सभी शाखाओं पर मंगलवार को सभी स्वयंसेवकों ने अधिक से अधिक दंड का प्रहार कर 1971 के युद्ध में बलिदान होने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
रांची सहित देशभर की शाखाओं पर इसका आयोजन किया गया। इसमें शाखा पर उपस्थित रहने वाले सभी पदाधिकारियों व स्वयंसेवकों ने भाग लिया। रांची में आरएसएस के सह सरकार्यवाह आलोक कुमार, प्रांत प्रचारक गोपाल शर्मा, भाजपा के प्रांत संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह, रांची विभाग प्रचारक मंटू कुमार सहित सभी पदाधिकारियों ने अलग-अलग शाखाओं पर दंड प्रहार किए।
आलोक कुमार ने 350, कर्मवीर सिंह ने 1133 मंटू कुमार ने 1152 प्रहार लगाए। वहीं प्रांत शारीरिक प्रमुख कुणाल कुमार ने 1750 प्रहार लगाए। एक विद्यार्थी स्वयंसेवक ने तो 1900 प्रहार लगाए। प्रांत शारीरिक प्रमुख ने कहा कि पूरे झारखंड में लगभग 25 लाख प्रहार लगाए गए।
शाखाओं पर 2011 से मनाया जा रहा है प्रहार दिवस
कुणाल कुमार ने कहा कि 1971 में बांग्लादेश की लड़ाई में बलिदान होने वाले लगभग 3900 सैनिकों की याद में आरएसएस की शाखाओं पर 2011 से प्रहार दिवस मनाया जा रहा है। उस दिन भारत की बांग्लादेश पर जीत हुई थी और 93000 पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया था। यह भारत की बहुत बड़ी जीत थी।
यह सब भारतीय सैनिकों के अदम्य साहस, त्याग, शौर्य और बलिदान के कारण संभव हो पाया था। सैनिकों की उस अभूतपूर्व जीत और बलिदान को संघ अपनी शाखाओं पर प्रहार दिवस मनाकर प्रति वर्ष याद करता है। वहीं रांची विभाग प्रचारक मंटू कुमार ने कहा कि प्रहार लगाने की तैयारी स्वयंसेवक पहले से ही करते रहते हैं। इस अवसर पर सबसे अधिक प्रहार लगाने वाले स्वयंसेवकों को प्रोत्साहित भी किया जाता है।

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