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    Ranchi Crime: जोमैटो की ड्रेस पहन करते थे मोबाइल झपटमारी, पुलिस ने गिरोह के पांच सदस्यों को दबोचा

    Updated: Mon, 01 Sep 2025 03:24 PM (IST)

    रांची चुटिया थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो जोमैटो डिलीवरी ब्वाय की आड़ में मोबाइल झपटमारी करता था। पुलिस ने इस संगठित गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इनके पास से 26 स्मार्टफोन और एक चोरी की स्कूटी बरामद की गई है।

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    मोबाइल झपटमारी करने वाला गिरोह के पांच सदस्य पकड़े गए।

    जागरण संवाददाता, रांची । रांची में अपराध की एक नई और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। चुटिया थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो जोमैटो डिलीवरी ब्वाय की आड़ में मोबाइल झपटमारी करता था।

    पुलिस ने इस संगठित गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इनके पास से 26 स्मार्टफोन और एक चोरी की स्कूटी बरामद की गई है।

    गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान आदित्य सिंह, विकास कुमार, कुणाल महतो, सौरभ चौधरी और अमन कुमार के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार ये सभी मिलकर शहर के विभिन्न इलाकों में मोबाइल छीनने और खपाने का काम करते थे।

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    बाइक का नंबर देखने के बाद पुलिस को हुआ शक

    घटना का खुलासा उस वक्त हुआ जब स्टेशन रोड स्थित एक पान दुकान के पास पुलिस की नजर एक संदिग्ध बाइक पर पड़ी। बाइक की नंबर प्लेट का हिस्सा सेलोटेप से ढंका हुआ था। 

    इससे पुलिस को शक हुआ। पूछताछ के दौरान बाइक सवार दो युवक भागने की कोशिश करने लगे लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़कर दबोच लिया।

    गिरफ्तार युवकों सेस गहन पूछताछ की गई। जांच में सामने आया कि ये दोनों जोमैटो के डिलीवरी ब्वाय की यूनिफार्म पहनकर मोबाइल झपटमारी करते थे, ताकि किसी को शक न हो। इनसे चार छिनतई किए गए मोबाइल भी बरामद किए गए।

    गिरोह का काम करने का तरीका

    आरोपितों ने पुलिस को बताया कि वे किसी गली या कालोनी में बार-बार जाकर माहौल का जायजा लेते थे और जब कोई अकेला नजर आता तो उनके मोबाइल झपटकर भाग जाते थे।

    चूंकि वे जोमैटो की ड्रेस में होते थे, इसलिए लोग उन्हें सामान्य डिलीवरी ब्वाय समझकर नजरअंदाज कर देते थे। पुलिस जांच में पता चला कि गिरोह के सदस्य चोरी किए मोबाइल रातू इलाके में रहने वाले दुकानदार अमन कुमार को बेचते थे।

    अमन उन्हें इन मोबाइलों के बदले नकद राशि देता था और मोबाइल को बाजार में खपाता था। सिटी एसपी ने बताया कि यह एक संगठित गिरोह है जो लंबे समय से झपटमारी को अंजाम दे रहा था।

    उन्होंने कहा कि गिरोह के सभी सदस्य युवा हैं और तकनीक का इस्तेमाल कर अपराध को अंजाम देने में माहिर हैं। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस गिरोह के तार और किन किन जगहों से जुड़े हैं।

    2.70 लाख रुपये का आनलाइन फ्राड  

    एयरपोर्ट थाना क्षेत्र में एक दुकानदार के साथ 2 लाख 70 हजार रुपये का आनलाइन पेमेंट फ्राड कर लेने का मामला सामने आया है। न्यू पोखर टोली निवासी अंकित कुमार ने एफआइआर दर्ज कराते हुए बताया कि कुछ युवकों ने पिछले 9 महीनों से उनके छोटे से होटल से रोजाना खाने पीने का सामान लेकर उन्हें फर्जी यूपीआइ पेमेंट का स्क्रीनशाट दिखाकर ठग लिया।

    अंकित कुमार का मौसम विभाग केंद्र, एयरपोर्ट रांची के पास एक छोटा सा चाय नाश्ते का होटल है। उन्होंने बताया कि साकेत नगर के रहने वाले कुछ युवक गोलू कुमार, आयुष कुमार, हर्ष कुमार और अन्य रोजाना अपने दोस्तों के साथ उनके दुकान पर आते थे और नाश्ता और खाना खाते थे।

    ये युवक हर बार यूपीआइ पेमेंट का फर्जी स्क्रीनशाट दिखाकर निकल जाते थे। अंकित ने भरोसे में आकर पेमेंट की पुष्टि नहीं की जिससे लगातार ठगी होती रही।

    कई महीने बीतने के बाद एक अंजान व्यक्ति ने दुकानदार को सचेत किया कि यह सब फर्जीवाड़ा है। 27 अगस्त को जब अंकित ने इन युवकों को रंगे हाथ पकड़कर बात की तो उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की और पैसे वापस लौटाने की बात कही।

    लेकिन अगले दिन जब दुकानदार उनके अभिभावकों से पैसे मांगने गया तो उन्होंने न सिर्फ पैसे देने से इंकार किया बल्कि उलटा गाली गलौज कर और धमकी देकर भगा दिया।