UPSC Result: जमशेदपुर के कनिष्क को 43वां, हजारीबाग के उत्कर्ष को मिला 55वां रैंक
UPSC Result यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में झारखंड के होनहारों ने परचम लहराया है। बिहार के शुभम कुमार को देश भर में पहला स्थान मिला। सिविल सेवा परीक्षा में कुल 761 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए हैं। जमशेदपुर के कनिष्क 43वां और हजारीबाग के उत्कर्ष ने 55वां रैंक लाया।
रांची, राज्य ब्यूरो। UPSC Result, UPSC Result 2021 संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में झारखंड से भी कई होनहारों ने अपना परचम लहराया है। आयोग द्वारा शुक्रवार को जारी परिणाम में झारखंड से कई अभ्यर्थी अच्छे रैंक के साथ सफल घोषित किए गए हैं। सिविल सेवा परीक्षा में टाटा स्टील से अवकाश प्राप्त पदाधिकारी प्रभात शर्मा के बेटे कनिष्क को 43वां स्थान मिला। इसी तरह, हजारीबाग के उत्कर्ष कुमार को 55वां रैंक प्राप्त हुआ।
दुमका के शुभम मोहनका को 196वां स्थान मिला है। चाईबासा के बड़ी बाजार के निवासी अभिनव गुप्ता को 360वां तथा देवघर की भावना कुमारी को 376वां स्थान मिला है। बता दें किसिविल सेवा परीक्षा में इस साल कुल 761 लोग सफल घोषित हुए हैं। बिहार के शुभम कुमार ने इस परीक्षा में पहला स्थान किया है। शुभम ने आइआइटी, मुंबई से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। इस परीक्षा में टाप 25 में 13 पुरुष और 12 महिलाएं हैं। वहीं, टाप 10 में पांच महिलाएं हैं।
आउटसोर्सिंग कंपनियों पर नकेल कसने की तैयारी
बिजली की विभिन्न कंपनियों में कार्यरत वैसे आउटसोर्सिंग कंपनियों पर नकेल कसने की तैयारी है, जिनके खिलाफ भुगतान लेने के बावजूद अपने कर्मियों को वेतन नहीं देने का आरोप है। ज्यादातर विद्युत आपूर्ति क्षेत्र में इस बाबत शिकायतें मिलने के बाद मुख्यालय ने इसपर विस्तृत जानकारी तलब की है। रिपोर्ट मिलने के बाद आउटसोर्सिंग कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई होगी और उन्हें काली सूची में डाला जाएगा। जिन आउटसोर्सिंग कंपनियों की शिकायत मिली है, उनका भी पक्ष मांगा गया है।
उधर आउटसोर्स कर्मियों का वेतन लंबित किए जाने के खिलाफ कर्मी गोलबंद हो रहे हैं। विद्युत सप्लाई तकनीकी श्रमिक संघ ने ऊर्जा विकास निगम को तत्काल कार्रवाई के लिए दबाव बनाया है। चेतावनी दी गई है कि अगर आउटसोर्सिंग कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो कर्मी काम बंद करेंगे और निगम मुख्यालय का घेराव किया जाएगा। विद्युत सप्लाई तकनीकी श्रमिक संघ की आपात बैठक में अध्यक्ष भानु कुमार ने आरोप लगाया कि ऐसा निगम की मिलीभगत से हो रहा है।
आउटसोर्स कंपनियां कर्मियों का शोषण कर रही हैं। कार्य करने के बावजूद महीनों से उनका वेतन लंबित है। इस संबंध में श्रम विभाग को भी अवगत कराया जाएगा। वेतन भुगतान नहीं होने से कर्मियों के समक्ष आर्थिक संकट हो गया है। इसकी शिकायत और विरोध करने वाले कर्मियों को आउटसोर्स कंपनियां नौकरी से निकाल रही हैं। पूर्व में कई एजेंसियों को काली सूची में डाला गया है।
हजारीबाग से टाप ग्रुप कंपनी कर्मियों का करोड़ों रुपया लेकर भाग चुकी है। आउटसोर्स कंपनियां सुरक्षा संबंधी मानकों का भी उल्लंघन करती हैं। कई कंपनियां कर्मियों को रखने के एवज में पैसे वसूलती हैं जो नियमों के विपरीत है। ज्यादातर एरिया बोर्ड में ऐसी शिकायतें हैं और अधिकारी इसकी समाधान करने को तत्पर नहीं दिखते। उन्होंने कहा कि आउटसोर्स पर रखने की बजाय निगम स्थायी बहाली करने की दिशा में प्रक्रिया को आगे बढ़ाए।