Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    लातेहार के युवाओं ने उठाया नदियों को साफ करने का बीड़ा, स्वच्छ भारत अभियान को मिलेगी रफ्तार

    By Madhukar KumarEdited By:
    Updated: Mon, 20 Dec 2021 01:09 PM (IST)

    Latehar News जलस्रोतों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए युवा लगातार अभियान चला रहे हैं। विवकानंद किशोर संस्थान संस्कृति क्लब बाल सृष्टि विद्यालय और एंबीशन कंप्यूटर सेंटर संचालक तथा उनकी टीम देवनद-दामोदर तट पहुंची और नदी को प्रदूषण करने की सोच के तहत स्वच्छता अभियान चलाया।

    Hero Image
    लातेहार के युवाओं ने उठाया नदियों को साफ करने का बीड़ा, स्वच्छ भारत अभियान को मिलेगी रफ्तार

    लातेहार, जागरण संवाददाता। जलस्रोतों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए युवा लगातार अभियान चला रहे हैं। विवकानंद किशोर संस्थान, संस्कृति क्लब, बाल सृष्टि विद्यालय और एंबीशन कंप्यूटर सेंटर संचालक तथा उनकी टीम देवनद-दामोदर तट पहुंची और नदी को प्रदूषण करने की सोच के तहत स्वच्छता अभियान चलाया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नदियों को स्वच्छ बनाना है

    जयेश बरू, वेदांत अग्रवाल, सौरव कुमार, मोहिनिश कुमार, आर्यन कुमार, मोहित कुमार, अविनाश कुमार, कुमार नवनीत, मनोज सिंह पप्पू समेत अन्य अनवरत जलस्रोतों के साथ उसके आसपास के परिसर की सफाई के लिए प्रयासरत हैं।

    नदी तट को साफ करने की मुहीम

    देवनद-दामोदर नदी तट पर सफाई अभियान के दौरान मनोज सिंह पप्पू, मोहिनिश कुमार बिक्की, वेदांत अग्रवाल समेत अन्य ने बताया कि जल तो कल है। इसी सोच के साथ नदी तट के पास पड़े एक-एक कचरे को साफ करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।

    अन्य लोगों को भी प्रेरित करें

    यह भी कहा कि इसके खातमे तक अभियान चलता रहेगा। युवा नदी तट की सफाई के के साथ अन्य लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। नदी तट के समीप फेंकी गई सामग्री को एकत्रित कर प्रदूषण मुक्त करने की पहल के तहत जमा हुए कचरे को जला कर नष्ट किया जा रहा है।

    विकास के नाम पर नदियों को गंदा किया गया

    औद्योगीकरण और विकास की अंधी दौड़ के साथ आस्था के नाम पर जलस्रोतों को प्रदूषित करने से बचने तथा पर्यावरण के संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है हलांकि सफाई अभियान के बीच देवनद-दामोदर तट पर कचरा फेंके जाने पर संगठन सदस्यों द्वारा चिंता जाहिर की गई। यह भी कहा कि जीवों का वजूद कायम रखने के लिए जलस्रोतों को सहेजना और उसे प्रदूषण मुक्त रखना आवश्यक है। विभिन्न संगठनों द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान की भूरि-भूरि प्रशंसा की जा रही है।