किसान ने जिस कुएं के लिए लिया कर्ज, उसी में दे दी जान
सुबह पत्नी कुआं देखने पहुंची कि कहीं कुएं में पानी आया होगा तो वह खेत में पटवन करेगी। जब उसने कुएं में झांका तो अपने पति बासू को उसमें गिरा हुआ पाया।

रांची, [जेएनएन] । पिठोरिया थाना क्षेत्र के सुतियांबे में बुधवार की रात कर्ज से परेशान किसान बासू उर्फ बालदेव महतो (45) ने कुएं में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे पहले दस जून को इसी थाना क्षेत्र के सिमलबेड़ा में किसान कलेश्वर महतो ने आत्महत्या कर ली थी। इस तरह एक सप्ताह के अंदर कर्ज से परेशान दो किसानों ने अपनी जान दे दी।
किसान बालदेव ने कुएं के लिए दो-दो बार कर्ज लिया, लेकिन पानी नहीं निकलने से वह परेशान था। फसलें मार खा रही थीं, बच्चे को पढ़ाना था और बैंक का कर्ज भी भरना था। खुद तीन बार कर्ज लिया और पत्नी भी महिला समिति से कर्ज ले चुकी थी। इससे तंग आकर आखिरकार उसने यह कदम उठा लिया।
पिठोरिया क्षेत्र के किसानों से बातचीत के बाद भी लब्बोलुआब यही निकला कि खेती-बारी चौपट हालत में है, जिसके कारण किसानों की स्थिति दयनीय हो चुकी है। पत्नी अनिता देवी ने प्राथमिकी में बताया कि उनके पति बैंक से लिए गए कर्ज से बहुत परेशान थे। कर्ज के चलते ही उन्होंने कुएं में कूदकर जान दे दी।
गुरुवार की सुबह कुएं में उनका शव पड़ा हुआ मिला। किसान बालदेव बुधवार की शाम करीब पांच बजे घर से पिठोरिया बाजार के लिए निकला था। बाजार से घूमकर रात में घर आया और खाना खाकर सो गया। वह नशे में ही घर लौटा था।
गुरुवार की सुबह पत्नी कुआं देखने पहुंची कि कहीं कुएं में पानी आया होगा तो वह खेत में पटवन करेगी। जब उसने कुएं में झांका तो अपने पति बासू को उसमें गिरा हुआ पाया। इसके बाद वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी। पिता का शव देख बेटा मनीष कुमार महतो बांस के सहारे कुएं में उतर गया। कुएं में पानी नहीं के बराबर था। आशंका है कुएं में गिरने से पत्थर पर सिर टकराने से बालदेव की मौत हुई।
अब झारखंड के किसानों का भी धैर्य देने लगा जवाब।
दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
बासू के घर में उसकी पत्नी अनिता देवी के अलावा 15 साल का बेटा सोनू कुमार व दस साल का मनीष कुमार महतो है। सोनू हाई स्कूल पिठोरिया से इसी वर्ष मैटिक द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण हुआ है। वहीं, मनीष राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय पिठोरिया में कक्षा छह में पढ़ता है।
कुआं खोदने के लिए लिए थे तीन कर्ज, पत्नी भी ले चुकी है ऋण
मध्य प्रदेश के होशंगाबाद और सीहोर जिलों में दो और किसानों ने मौत को गले लगा लिया। होशंगाबाद में किसान ने सूदखोर से परेशान होकर जहर पी लिया, तो सीहोर के किसान ने खाद-बीज की व्यवस्था न होने पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उधर, खाचरौद में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सभा के पहले महिदपुर विधायक बहादुरसिंह चौहान ने कहा कि किसानों को सरकार ने ज्यादा दे दिया है, इसलिए लालची हो गए हैं। गौरतलब है कि बुधवार को भी सूबे के दो किसानों ने आत्महत्या कर ली थी। सूदखोर से तंग आकर होशंगाबाद के बाबई के चपलासर गांव के किसान नर्मदा प्रसाद ने बुधवार शाम जहर पी लिया था।

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