I.N.D.I.A को फिर लगा बड़ा झटका! इस पार्टी ने 8 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की, अब क्या करेंगे राहुल गांधी?
झारखंड में सीट बंटवारे को लेकर आइएनडीआई गठबंधन में बात नहीं बन रही और अब तक गठबंधन की सीटों पर फैसला नहीं हुआ है। राज्य की आठ लोकसभा सीटों पर भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी (भाकपा) ने चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। रविवार को इन सीटों में रांची हजारीबाग कोडरमा चतरा पलामू गिरिडीह दुमका व जमशेदपुर लोकसभा सीट शामिल हैं।
राज्य ब्यूरो, रांची। Jharkhand Politics: झारखंड में सीट बंटवारे पर आइएनडीआइ गठबंधन में बात नहीं बन रही। अब तक गठबंधन की सीटों पर फैसला नहीं हुआ और भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी (भाकपा) ने अपना पत्ता खोलते हुए राज्य की आठ लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा रविवार को कर दी।
इन सीटों में रांची, हजारीबाग, कोडरमा, चतरा, पलामू, गिरिडीह, दुमका व जमशेदपुर लोकसभा सीट सम्मिलित हैं। इन सीटों पर लड़ने वाले उम्मीदवारों के नामों की घोषणा 16 मार्च के बाद किया जाएगा। राजद ने पहले ही चार सीटों पलामू, चतरा, कोडरमा तथा गोड्डा में चुनाव लड़ने का दावा कर दिया है।
आठ सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला बैठक में लिया
भाकपा ने आठ सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय रविवार को पार्टी के राज्य कार्यालय में पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लिया। इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर मीडिया को अपनी तैयारियों से अवगत कराया। पार्टी के पदाधिकारियों ने बताया कि चुनाव संचालन के लिए उम्मीदवार चयन समिति, घोषणा पत्र समिति, सोशल मीडिया समिति का गठन किया गया है।
भाकपा नेता व प्रदेश महासचिव ने ये कहा
भाकपा नेता भुवनेश्वर प्रसाद मेहता व प्रदेश महासचिव महेंद्र पाठक ने कहा कि भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए कांग्रेस को महागठबंधन के तहत एकजुट होकर चुनाव लड़ना चाहिए। भाजपा ने तो अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी।
लेकिन कांग्रेस व महागठबंधन ने अभी तक सीटों पर कोई बातचीत नहीं की है। आइएनडीआइ गठबंधन में अपने घटक दलों का इंतजार छोड़कर भाकपा ने उम्मीदवार खड़ा करने की घोषणा की है।
लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी व मंहगाई को बनाया जाएगा मुद्दा
भाकपा नेताओं ने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में देश में बेरोजगारी व महंगाई को मुद्दा बनाएंगे। देश में बेरोजगारी व महंगाई चरम पर है। भाजपा अपने 10 वर्षों की नाकामी को छुपाने के लिए उम्मीदवार बदल रही है। देश के कई नामचीन सांसदों का टिकट काट दिया है। कांग्रेस पार्टी ने भी उम्मीदवार चयन में देरी कर भाजपा को मजबूत बनाने में लगी है।
इसलिए भाकपा ने पूरे दमखम के साथ झारखंड की आठ सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। बैठक में पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, प्रदेश सचिव महेंद्र पाठक, अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के महासचिव पशुपति काल, राष्ट्रीय परिषद के सदस्य कन्हाई मल पहाड़िया, प्रमोद कुमार पांडेय आदि उपस्थित थे।
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