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    Ranchi: मगध जोन के सक्रिय नक्सलियों के राज उगलेंगे कुख्यात विजय आर्य और आनंदी, तीन दिनों तक पूछताछ करेगी NIA

    झारखंड में टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने माओवादियों के मगध जोन प्रमुख रहे 25 लाख के इनामी पूर्व में गिरफ्तार प्रद्युमन शर्मा के खास सहयोगी आनंदी पासवान उर्फ आनंद पासवान और विजय कुमार आर्य को रिमांड पर लिया है। एनआईए 8 9 और 10 अगस्त को दोनों से पूछताछ करेगी। एनआईए इनसे नक्सलियों को फंडिंग करने वालों के बारे में पूछताछ करेगी

    By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiUpdated: Mon, 07 Aug 2023 09:29 PM (IST)
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    टेरर फंडिंग केस में एनआईए ने आनंद पासवान और विजय कुमार आर्य को तीन दिनों की रिमांड पर लिया।

    राज्य ब्यूरो, रांची: झारखंड में टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने माओवादियों के मगध जोन प्रमुख रहे 25 लाख के इनामी पूर्व में गिरफ्तार प्रद्युमन शर्मा के खास सहयोगी आनंदी पासवान उर्फ आनंद पासवान और विजय कुमार आर्य को रिमांड पर लिया है।

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    आनंदी पासवान बीते 23 जून को गिरफ्तार हुआ था। वहीं, विजय कुमार आर्य को बिहार पुलिस ने रोहतास थाना क्षेत्र से 14 अप्रैल 2022 को गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ही वह पटना के बेउर जेल में बंद था।

    एनआईए को मिली है तीन दिनों ट्रांजिट रिमांड

    ट्रांजिट रिमांड पर विजय कुमार आर्य को लेकर रांची पहुंची एनआईए ने रिमांड के लिए एनआईए की विशेष अदालत से आग्रह किया था। एनआईए को आनंदी पासवान व विजय कुमार आर्य से पूछताछ के लिए तीन दिनों की अनुमति मिली है।

    टेरर फंडिग के बारे में करेगी पूछताछ

    अब आठ, नौ व दस अगस्त को दोनों से पूछताछ होगी। इन तीन दिनों की पूछताछ के दौरान एनआईए मगध जोन में सक्रिय रहे नक्सलियों का राज उगलवाएगी। एनआईए इन दोनों ही नक्सलियों से मगध जोन में सक्रिय रहे नक्सलियों को फंडिंग करने वालों के बारे में भी जानकारी लेगी।

    एनआईए ने 2021 में टेकओवर किया था केस

    हजारीबाग पुलिस ने 20 अगस्त 2021 को प्रद्युमन शर्मा को गिरफ्तार किया था। इसके बाद इसपर स्वत: संज्ञान लेते हुए 30 दिसंबर 2021 को एनआईए की रांची शाखा ने उक्त केस को टेकओवर कर लिया था। उसके बाद से ही एनआईए पूरे मामले का जांच कर रही है।

    छानबीन के क्रम में ही एनआईए को यह जानकारी मिली थी कि टेरर फंडिंग का पैसा प्रद्युमन शर्मा व उसके सहयोगियों तक पहुंचता था। टेरर फंडिंग से उसने खूब अवैध संपत्ति बनाई। अब एनआईए प्रद्युमन शर्मा को फंडिंग करने वालों की तलाश में जुटी है।

    अबतक चार आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है NIA

    एनआईए की रांची शाखा ने उक्त केस में अब तक चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पूर्व में प्रद्युमन शर्मा के अलावा उसका बेटा तरुण कुमार व सहयोगी अभिनव उर्फ गौरव और अब आनंदी पासवान की गिरफ्तारी हो चुकी है। विजय कुमार आर्य पांचवा आरोपित है, जिनसे इस केस में पूछताछ होनी है। 20 जनवरी 2023 को एनआईए ने दो आरोपितों पर चार्जशीट भी कर दी थी।

    मगध जोन को फिर से मजबूत करने की मिली थी जानकारी

    एनआईए को जांच के दौरान जानकारी मिली थी कि जेल में बंद माओवादी प्रद्युमन शर्मा उर्फ साकेत उर्फ कुंदन के इशारे पर ही उसके सहयोगी योगेंद्र रविदास, नागेंद्र गिरी, अभिनव उर्फ गौरव उर्फ बिट्टू उर्फ धनंजय पासवान व अन्य मिलकर माओवादियों के मगध जोन को फिर से मजबूत कर रहे थे।

    योगेंद्र रविदास व नागेंद्र गिरी माओवादियों के मारक दस्ते के सदस्य हैं, जबकि अभिनव उर्फ गौरव उर्फ बिट्टू हथियार सप्लायर था, जिसे बाद में एनआईए ने गिरफ्तार किया था। ये सभी अपने दस्ते को मजबूत करने के लिए लेवी व रंगदारी की वसूली कर रहे थे ताकि उससे हथियार व आइइडी बनाने का सामान आदि खरीद सकें।