Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Teachers Recruitment: झारखंड के 89 माडल स्कूलों में नियुक्त होंगे अंग्रेजी माध्यम के 979 शिक्षक

    By Sujeet Kumar SumanEdited By:
    Updated: Sun, 22 Aug 2021 10:02 PM (IST)

    Teachers Recruitment in Jharkhand Hindi Samachar Jharkhand News झारखंड में स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति होगी। इसकी नियमावली तैयार हो रह ...और पढ़ें

    Hero Image
    Teachers Recruitment in Jharkhand, Hindi Samachar, Jharkhand News झारखंड में स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति होगी।

    रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (अब समग्र शिक्षा अभियान में समाहित) के तहत खोले गए 89 माडल स्कूलों में पहली बार स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति होगी। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा इन स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए नियुक्ति नियमावली को अंतिम रूप देने की कवायद की जा रही है। इन स्कूलों में कुल 979 स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति होगी। इन माडल स्कूलों के लिए विषयवार स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों के पदों पर वैसे अभ्यर्थियों की नियुक्ति होगी जो अंग्रेजी में दक्ष हों।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भाषा शिक्षकों के लिए अंग्रेजी में दक्ष होना जरूरी नहीं होगा। इन स्कूलों में केंद्रीय विद्यालयों की तर्ज पर अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई होती है। नियुक्ति में अधिसंख्य प्रविधान वही होंगे, जो स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक सेवा शर्त नियमावली 2012 में है। बता दें कि माडल स्कूलों में प्राचार्यों के कुल 89, उप प्राचार्य के 89, शिक्षकों के 979, प्रयोगशाला सहायक के 267, लिपिक सह लेखा पदाधिकारी के 89 तथा आदेशपाल के 178 पद सृजित हैं। इनमें शिक्षकों की नियुक्ति की तैयारी की जा रही है।

    हिंदी, भोजपुरी व मैथिली को क्षेत्रीय भाषाओं में किया जाए शामिल : लोजपा

    लोक जनशक्ति पार्टी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर नई नियोजन नीति में संशोधन का सुझाव देते हुए इसमें हिंदी, भोजपुरी तथा मैथिली भाषाओं को क्षेत्रीय भाषाओं में शामिल करने का आग्रह किया है। लोजपा के प्रदेश प्रवक्ता उमेश तिवारी ने मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में इस पक्ष में तर्क भी दिए हैं। कहा, नई नियोजन नीति में किए गए प्रविधान से झारखंड के लाखों बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा, आपस में कटुता व द्वेष भी बढ़ेगा।

    उन्होंने कहा कि चिह्नित क्षेत्रीय जनजातीय भाषा की 12 भाषाओं को परीक्षा के विकल्प के रूप में कैबिनेट ने मान्यता दी है। जबकि हिंदी, भोजपुरी और मैथिली बोलने वालों की संख्या 50 प्रतिशत से ऊपर है। सवाल उठाया कि झारखंड राज्य के कितने विद्यालयों में इन बारह क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षा दी जाती है। क्षेत्रीय भाषाओं को पढ़ाने वाले कितने शिक्षक इन विषयों को विद्यालयों में पढ़ाते हैं।