Jharkhand News: TET की अनिवार्यता के खिलाफ लामबंद हुए शिक्षक, 21 नवंबर को दिल्ली में करेंगे महारैली
रांची से मिली खबर के अनुसार, नि:शुल्क शिक्षा अधिनियम से पहले नियुक्त शिक्षकों के लिए टेट पास करने की अनिवार्यता के विरोध में 21 नवंबर को दिल्ली में एक महारैली आयोजित की जाएगी। टीचर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने यह निर्णय लिया है, जिसमें विभिन्न राज्यों के शिक्षक शामिल होंगे। वे सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग करेंगे।

TET की अनिवार्यता के खिलाफ लामबंद हुए शिक्षक
राज्य ब्यूरो, रांची। नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा के अधिकार अधिनियम, 2009 लागू होने से पूर्व नियुक्त प्रारंभिक शिक्षकों के लिए भी शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) उत्तीर्ण होने की अनिवार्यता संबंधित सर्वोच्च न्यायालय के आदेश से प्रभावित शिक्षक 21 नवंबर को नई दिल्ली में महारैली आयोजित करेंगे।
दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में शनिवार को टीचर्स फेडरेशन आफ इंडिया की हुई सामान्य निकाय की बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया। इस बैठक में झारखंड के अलावा उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, और बिहार के शिक्षक सम्मिलित हुए।
आमसभा में सर्वसम्मति से फेडरेशन की कार्यकारिणी का गठन किया गया। इसमें उत्तर प्रदेश के शिक्षक डा. दिनेश चंदे शर्मा को राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा झारखंड के शिक्षक राम मूर्ति ठाकुर को राष्ट्रीय महासचिव चयनित किए गए। झारखंड से ही अनूप केशरी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने।
इसके साथ ही विभिन्न राज्यों से उपाध्यक्ष, सचिव, संगठन मंत्री का चयन किया गया। बैठक में टेट की अनिवार्यता के दुष्प्रभाव को समाप्त करने के लिए भारत सरकार को आगे आने, शीर्ष न्यायालय में रिव्यू पिटीशन दायर करने, संसद की शक्तियों का उपयोग करने की मांग को लेकर फेडरेशन के बैनर तले 21 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली आयोजित करने का निर्णय लिया गया।
कहा गया कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा टेट की अनिवार्यता लागू करने से देश के 10 लाख से अधिक शिक्षक प्रभावित होंगे। इसके लिए शिक्षकों की एकजुटता जरूरी है।

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