Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ताइवान बना साइबर अपराधियों का अड्डा, यहीं रहकर अपराधी चीनी नागरिकों संग मिलकर कर रहे भारतीयों संग ठगी, जानें पूरा खेल

    95 लाख रुपये की ठगी मामले में महाराष्ट्र से गिरफ्तार आरोपित जीवन गोपीनाथ गलधर इस वक्‍त रांची की जेल में है। साइबर अपराधियों को लेकर सीआईडी के डीजी अनुराग गुप्ता ने बताया कि ये अपराधी चीनी एप व वहां के निवासियों की मदद से भारत में साइबर ठगी कर रहे हैं। इसी क्रम में धनबाद के एक व्यक्ति से 95 लाख रुपये की ठगी की

    By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Fri, 10 Nov 2023 02:13 PM (IST)
    Hero Image
    ताइवान है साइबर अपराधियों का अड्डा: एक अपराधी ने किया खुलासा।

    राज्य ब्यूरो, रांची। अपराध अनुसंधान विभाग के अधीन संचालित साइबर अपराध थाने की पुलिस ने 95 लाख रुपये की ठगी मामले में महाराष्ट्र से गिरफ्तार आरोपित जीवन गोपीनाथ गलधर को रांची स्थित जेल भेज दिया। वह महाराष्ट्र के औरंगाबाद का रहने वाला है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    साइबर अपराधियों का अड्डा बना ताइवान

    इस पूरे प्रकरण में सीआइडी मुख्यालय में प्रेस वार्ता में सीआईडी के डीजी अनुराग गुप्ता ने बताया कि साइबर अपराधी चीनी एप व वहां के निवासियों की मदद से भारत में साइबर ठगी कर रहे हैं।

    इन अपराधियों ने ताइवान को अड्डा बना रखा है। इन्हीं अपराधियों ने धनबाद के एक व्यक्ति से 95 लाख रुपये की ठगी की थी।

    साइबर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार जीवन गोपीनाथ गलधर के पास से दो मोबाइल, दो सिमकार्ड, बैंक आफ ताइवान का डेबिट कार्ड, 3300 ताइवानी डालर सहित कई अन्य सामान बरामद किया है।

    सीआइडी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी बैंक खातों में कुल ठगी किये गये रुपयों में 67 लाख रुपये फ्रीज करवा दिया था।

    WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें

    चीनी नागरिक के साथ मिलकर अपराधी कर रहे भारतीयों संग ठगी 

    डीजी सीआईडी ने बताया कि इस कांड में अनुसंधान के क्रम में भारतीय अपराध समन्वय केंद्र और साइबर पुलिस औरंगाबाद महाराष्ट्र के साथ समन्वय स्थापित किया गया।

    इसमें पता चला कि गिरफ्तार अभियुक्त ताइवान में रह कर चीनी नागरिक के साथ मिलकर भारत से ठगी के लिए इस्तेमाल होने वाले खातों को बंदोबस्त करता था। पार्ट टाइम जाॅब फ्राड व क्रिप्टो करेंसी फ्राॅड के माध्यम से आए पैसों को उसने भारत से बंदोबस्त किया।

    ये अलग अलग शेल कंपनी के खाते में पैसे मंगाते थे। उन पैसों को क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर विभिन्न ब्लाक चेन वालेट में भेजते थे। गिरफ्तार अपराधी जीवन के लिए लुक आउट नोटिस जारी किया गया था।

    जब यह ताइवान से भारत आया तो मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। इससे पूर्व इस कांड में दो अन्य सहयोगी प्रतीक संतोष रावत और अभिषेक तूपे को औरंगाबाद, महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया था।

    यह भी पढ़ें: लव मैरिज का दिल दहला देने वाला अंत, पटरी पर दो टुकड़ों में कटा मिला नवविवाहिता का शव; लड़के के मां-बाप को नहीं थी पसंद

    यह भी पढ़ें: पापा गलती से बाइक टकरा गई तो अब लोग मार रहे हैं...पिता को फोन कर मदद मांगने वाले युवक का शव बरामद, पेड़ से लटकी मिली लाश