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    Sandhya Topno: बचपन से ही मेधावी थी दारोगा संध्या टोपनो; आज गौ तस्करों ने ले ली जान

    By Sanjay KumarEdited By:
    Updated: Wed, 20 Jul 2022 01:06 PM (IST)

    Sub Inspector Sandhya Topno झारखंड की राजधानी रांची में दिवंगत महिला दारोगा संध्या टोपनो की वाहन चेकिंग के दौरान गौ तस्करी कर रहे वाहन से कुचल कर मार दिया गया है। बचपन से ही मेधावी रही संध्या टोपनो के बारे में जानिए...

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    Sub Inspector Sandhya Topno: बचपन से ही मेधावी रही थी दारोगा संध्या टोपनो।

    रांची, जासं। Sub Inspector Sandhya Topno दिवंगत महिला दारोगा संध्या टोपनो बचपन से ही मेधावी छात्रा थी। साथ ही खेलकूद में विशेष रूचि रखती थी। मूल रूप से खूंटी जिले के रनिया की रहने वाली संध्या की पूरी पढ़ाई रांची से हुई थी। संध्या ने बिशप स्कॉट डोरंडा से स्कूली शिक्षा ग्रहण की, संत पॉल से इंटर की पढ़ाई पूरी की, गोस्नर कॉलेज से ग्रेजुएशन किया था। बचपन से में ही खेल में रुचि रहने के कारण पुलिस विभाग में जाने की इच्छा थी, जिसे देखते हुए उनके पिता ने उसका साथ दिया। संध्या ने लक्ष्य साधा और तैयारी भी की और वर्ष 2018 में दरोगा में बहाली हुई। ट्रेनिंग के बाद वर्ष 2019 में तुपुदाना ओपी में पीएसआई के रूप में पदस्थापित किया गया था। उनकी मां स्नेह लता बताती है कि संध्या को जिसने भी मारा है उसे मृत्यु दंड मिलना चाहिए। उनकी बेटी पूरे परिवार में बहादुर बेटी थी। शुरू से ही वो हमेशा निडर थी।

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    लगातार 2019 से तुपुदाना ओपी में ही थी पदस्थापित

    वर्ष 2019 से लगातार तुपुदाना ओपी में ही पदस्थापित थी और काफी तेज तरार अफसर थी। दारोगा संध्या टोपनो के पिता की मृत्यु हो चुकी है, वह इंजीनियर थे। उसके जगह पर उनके छोटे बेटे अजीत को नौकरी मिली है, मृतक दारोगा संध्या टोपनो तीन भाई-बहनों में सबसे मेद्यावी थी। बड़ी बहन सीमा टोपनो की शादी हो गई है, संध्या बीच वाली बहन थी, उससे छोटे भाई का नाम अजीत है।

    रात में मना करने के बाद भी ड्यूटी लगा देते थे अधिकारी

    दारोगा संध्या टोपनो थाना प्रभारी से निवेदन करती थी कि रात में ड्यूटी ना दिया जाए, घर में अकेली हूं। घर में बूढ़ी मां है लेकिन उसे अक्सर रात में ही ड्यूटी दिया जाता था। उनके भाई ने बताया कि बार-बार आग्रह करने के बाद भी पुलिस अधिकारी उन्हें रात में ड्यूटी पर लगवा देते थे। उसकी एक भी नहीं सुनी गई, अगर महिला पुलिसकर्मी को देखकर ड्यूटी रात में नहीं दी जाती तो आज उसकी बहन जिंदा होती। उन्होंने पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी वजह से ही उसकी बहन की मौत हुई है।

    बता दें कि झारखंड की राजधानी रांची में दिवंगत महिला दारोगा संध्या टोपनो की वाहन चेकिंग के दौरान गौ तस्करी कर रहे वाहन से कुचल कर मार दिया गया है। यह घटना बुधवार सुबह करीब तीन बजे की है। पुलिस ने वाहन चालक को गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।