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    मतदाताओं को लुभाना पड़ सकता है भारी: लोकसभा चुनाव में कैश, शराब आदि बांटनेवालों पर रहेगी कड़ी नजर

    Updated: Wed, 20 Mar 2024 11:34 AM (IST)

    Lok Sabha Election लोकसभा चुनाव के समय में मतदाताओं को पैसे या शराब आदि देकर बरगलाना भारी पड़ सकता है क्‍योंकि चुनाव आयोग ऐसे कृत्यों पर कड़ी नजर रखेगा। इसके तहत इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम लागू कर दिया गया है जिसे भारत निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के समय लागू किया था। पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी।

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    लोकसभा चुनाव में कैश, शराब आदि बांटनेवालों पर रहेगी कड़ी नजर।

    राज्य ब्यूरो, रांची। लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों या उनके लोगों द्वारा मतदाताओं को लुभाने के लिए कैश, शराब आदि बांटना आसान नहीं होगा। चुनाव आयोग ऐसे कृत्यों पर कड़ी नजर रखेगा। लोकसभा चुनाव में पहली बार इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया गया है, जिसके माध्यम से कैश, शराब आदि बांटने पर सख्ती से रोक लगाई जाएगी।

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    विधानसभा चुनाव के समय लागू किया गया था सिस्‍टम

    यह प्लेटफार्म आयकर, एक्साइज आदि के बीच निर्बाध समन्वय और खुफिया जानकारी भी साझा करेगा ताकि चुनाव में कैश, शराब आदि बांटने पर रोक लगाई जा सके। भारत निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के समय इस सिस्टम को लागू किया था।

    अब इसे लोकसभा चुनाव में भी लागू किया जा रहा है। इस सिस्टम के माध्यम से चुनाव में कैश बांटने, शराब आदि देकर मतदाताओं को बरगलाने जैसे कामों पर रोक लग जाएगी। केंद्र और राज्य की वे सभी एजेंसियां जो कैश, लीकर, ड्रग्स आदि को सीज करती हैं, वे सभी अब एक ही प्लेटफार्म पर रियल टाइम अपडेट जारी करेंगी।

    चुनाव के दौरान शराब की बिक्री को लेकर आयोग सख्‍त

    आयोग ने चुनाव में शराब की बिक्री से लेकर उसके आवागमन पर सख्त निगरानी के साथ-साथ नियमित रिपोर्ट के निर्देश उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग को दिए हैं।

    इधर, आयोग ने चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन आदि से संबंधित आने वाली शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई के लिए भी कई उपाय करने का निर्णय लिया है।

    इसके तहत प्रत्येक शिकायत की प्रतियां और उसकी जांच रिपोर्ट संबंधित निर्वाची पदाधिकारी (आरओ) के कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर अनिवार्य रूप से चिपकाई जाएगी।

    राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने जिला स्तरीय कंट्रोल रूम के गठन तथा इसके क्रियान्वयन को लेकर भी स्पष्ट दिशा-निर्देश सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को दिए हैं। चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही जिलों में यह कंट्रोल रूम काम करने लगेगा।

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