Dhanteras 2023: धनतेरस पर कौन सा मुहूर्त है सबसे शुभ, जानिए कब कर सकते हैं खरीदारी
धनतेरस कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि को मनायी जाती है। इस बार त्रयोदशी तिथि 10 नवंबर को 11.47 बजे से आरंभ होगा जो 11 नवंबर को दिन के 1.13 बजे तक रह ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, रांची। धनतेरस कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि को मनायी जाती है। इस बार त्रयोदशी तिथि 10 नवंबर को 11.47 बजे से आरंभ होगा जो 11 नवंबर को दिन के 1.13 बजे तक रहेगा। धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05:26 से 07:22 तक रहेगा। जबकि, खरीदारी का शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बज कर 35 मिनट से लेकर अगले दिन दोपहर 01:57 तक रहेगा। पंडित बिपिन पांडेय के अनुसार शुक्रवार को सुबह 10.30 बजे से 12 बजे तक राहु काल है।
धनतेरस पर सोना-चांदी, लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति, धनिये के बीज और झाड़ू खरीदना शुभ होता है। धनतेरस पर इस बार एक शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस दौरान शुक्र कन्या राशि में मौजूद रहेंगे। वहीं, चन्द्रमा भी कन्या राशि में ही विराजमान होंगे। ऐसे में शशि योग का निर्माण हो रहा है। 30 साल के बाद शनि धनतेरस पर अपनी ही मूलत्रिकोण राशि कुम्भ में मार्गी रहेंगे।धनतेरस पर झाड़ू खरीदने का है विशेष महत्वधनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने का विशेष महत्व होता है।

मान्यता है कि धनतेरस के दिन झाड़ू खरीद कर घर में लाने से मां लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं और आपके घर में वास करती हैं। इसके पीछे ऐसा कहा जाता है कि धनतेरस के दिन झाड़ू खरीद कर लाने से आपके घर में साल भर बरकत रहती है और कभी भी धन की कमी नहीं होती।
मत्स्य पुराण में इस सम्बन्ध में बताया गया है कि झाड़ू मां लक्ष्मी का प्रतीक है और इसे धनतेरस के दिन घर में लाने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और मां लक्ष्मी आपसे प्रसन्न होकर आपके घर में वास करती हैं। धनतेरस पर इन बातों का रखें ध्यानधनतेरस पर झाड़ू खरीद कर लाने के बाद सबसे पहले मां लक्ष्मी की पूजा करें और उसके बाद झाड़ू पर सफेद धागा बांध दें।

ऐसा करने से आपके ऊपर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। ध्यान रखें कि झाड़ू को सदैव ही साफ हाथ से छुएं। भूल कर भी अपवित्र शरीर से झाड़ू को स्पर्श न करें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं और आप आर्थिक संकट से घिरने लगते हैं। झाड़ू को कभी भी खड़ा करके न रखें।
ऐसा करना अशुभ मानते हैं। इसे हमेशा सही तरीके से रखें। घर में झाड़ू सदैव ऐसे स्थान पर रखनी चाहिए कि कभी भी बाहर से आनेवाले किसी व्यक्ति की झाड़ू नजर नहीं पड़े।
धनतेरस से पहले साफ-सफाई करने के साथ ही पुरानी झाड़ू घर से हटा देनी चाहिए। पुरानी झाड़ू हटा कर उसके स्थान पर नयी झाड़ू रखें।2023 में यम दीपम जलाने का समयधनतेरस पर माता लक्ष्मी के साथ मृत्यु के देवता यमराज की भी पूजा की जाती है। धनतेरस पर यम दीपम जलाने का मुहूर्त 10 नवम्बर की शाम 05:09 से 06:27 तक रहेगा।

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