Updated: Wed, 06 Mar 2024 10:30 AM (IST)
Jharkhand News झारखंड के श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने मंगलवार को -नियोजन अधिनियम पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित किया। इस दौरान श्रम सुधार में चर्चा हुई और मंत्री ने श्रम एवं उद्योग विभाग को मिलकर काम करने की सलाह दी। उन्होंने यह भी बताया कि झारखंड में जून 2024 तक 20 हजार युवक-युवतियों को रोजगार से जोड़ा जाएगा।
राज्य ब्यूरो, रांची। श्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा है कि उद्योग एवं श्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग मिलकर मज़दूरों के कल्याण के लिए काम करें। दोनों विभाग के पदाधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को समझें और पूरी तत्परता के साथ योजनाओं का क्रियान्वयन करें। मंत्री मंगलवार को झारखंड के निजी क्षेत्र में स्थानीय उम्मीदवारों का नियोजन अधिनियम, 2021 तथा एप्रेंटिसेज एक्ट, 1961 के क्रियान्वयन एवं उद्योग सुरक्षा दिवस/सप्ताह पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
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20 हजार युवक-युवतियों को मिलेगा रोजगार
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सारथी योजना के तहत युवक-युवतियों को हुनरमंद बनाने का काम किया जा रहा है। इसके तहत राज्य के 80 प्रखंडों में प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया किया गया है।
प्रमंडलों में भी प्रशिक्षण देकर राज्य के युवक- युवतियों को विभिन्न कंपनियों में रोजगार देने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि जून 2024 तक राज्य के लगभग 20 हजार युवक- युवतियों को रोजगार से जोड़ने का काम किया जाएगा।
विदेश में मृत्यु होने पर मजदूर परिवार को पांच लाख
उन्होंने उद्योग जगत एवं रोजगार देने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों से कहा कि किसी भी तरह का कोई सुझाव हो या कोई समस्या हो तो वे उनसे या विभागीय सचिव से बेझिझक मिल सकते हैं। उनके सुझावों पर विचार किया जाएगा। इस अवसर पर श्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के सचिव मुकेश कुमार ने कहा कि सरकार मजदूरों के कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रही है।
उन्होंने कहा कि किसी मजदूर की मृत्यु विदेश में हो जाने पर राज्य सरकार पांच लाख तक की राशि देती है। उन्होंने कहा कि श्रम सुधारों की चर्चा करना ज़रूरी है। इसपर सुझाव आमंत्रित हैं। इस मौके पर उद्योग सचिव जितेंद्र सिंह ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर मंत्री ने सात युवतियों को विभिन्न निजी क्षेत्र में नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
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