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    Sakat Chauth 2021: संकष्टी चतुर्थी आज, जानें- पूजा विधि- शुभ मुहूर्त और व्रत कथा... भूलकर भी न करें ये काम

    Sakat Chauth 2021 गणेश चतुर्थी का पर्व रविवार को पूरे हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। महिलाओं ने अन्न जल का त्याग कर दिया है। भगवान गणेश की उपासना में लग गई है। सुबह स्नान आदि करने के बाद महिलाओं ने नया वस्त्र धारण किया। श्री गणेश की कथा सुनी।

    By Alok ShahiEdited By: Updated: Mon, 01 Feb 2021 05:00 AM (IST)
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    Sakat Chauth 2021 गणेश चतुर्थी का पर्व रविवार को पूरी श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाया जा रहा है।

    रांची, जासं। Sakat Chauth 2021 गणेश चतुर्थी का पर्व रविवार को पूरी श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। महिलाओं ने अन्न जल का त्याग कर दिया है। भगवान गणेश की उपासना में लग गई है। सुबह स्नान आदि करने के बाद महिलाओं ने नया वस्त्र धारण किया। श्री गणेश की कथा सुनी। सुबह पूजा अर्चना और आरती हुई। इसके बाद पर्व की शुरुआत हुई। महिलाएं देर रात तक चंद्रमा के उदय का इंतजार करेंगी। चंद्रमा के दर्शन करने के बाद ही वह अपना व्रत तोड़ेंगी। यह व्रत पुत्रों की लंबी आयु के लिए रखा जाता है।

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    ऐसी मान्यता है कि व्रत रखने वाले महिलाओं के पुत्र के ऊपर आया संकट टल जाता है। भगवान गणेश की स्वयं रक्षा करता हैं। पंडित राकेश उपाध्याय ने बताया कि यह पर्व लोक आस्था से जुड़ा हुआ है। अलग-अलग क्षेत्रों की महिलाएं अपने अपने हिसाब से पूजा अर्चना करती हैं। अपने सामर्थ्य के अनुसार भगवान गणेश को फल फूल अर्पित किया जाता है। भगवान गणेश की पूजा देवताओं में सबसे पहले होती है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत के रखने वाले लोगों की सभी मनोकामनाएं भगवान पूरी करते हैं।

    आज के दिन का विशेष महत्व

    पंडित राकेश उपाध्याय ने बताया कि आज के दिन का विशेष महत्व है। मिति माघ 11, शक संवत् 1942 माघ कृष्ण तृतीया रविवार, विक्रम संवत् 2077। सौर माघ मास प्रविष्टे 18, जमादि उल्सानी 17, हिजरी 1442 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 31 जनवरी 2021 ई॰ है।

    सूर्य उत्तरायण दक्षिण गोल शिशिर ऋतु। राहुकाल सायं 04 बजकर 30 मिनट से 06 बजे तक। तृतीया तिथि रात्रि 08 बजकर 25 मिनट तक उपरांत चतुर्थी तिथि का आरंभ होगा।

    पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र अर्धरात्रोत्तर 01 बजकर 18 मिनट तक उपरांत उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का आरंभ, शोभन योग मध्याह्न 12 बजकर 32 मिनट तक उपरांत अतिगण्ड योग का आरंभ, वणिज करण प्रातः 09 बजकर 19 मिनट तक उपरांत बव करण का आरंभ होगा।‌ चंद्रमा अगले दिन सुबह 06 बजकर 58 मिनट तक सिंह उपरांत कन्या राशि पर संचार करेगा।‌सूर्योदय का समय 31 जनवरी : सुबह 07 बजकर 10 म‍िनट पर तथा‌ सूर्यास्त का समय 31 जनवरी : शाम 6 बजे पर है।

    आज का शुभ मुहूर्त

    • अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 13 मिनट से 12 बजकर 56 मिनट तक।
    • विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 23 मिनट से 03 बजकर 06 म‍िनट तक।
    • गोधूलि मुहूर्त: शाम को 5 बजकर 49 मिनट से 6 बजकर 13 मिनट तक।
    • अमृ‍त काल शाम को 7 बजकर 13 म‍िनट से 8 बजकर 44 मिनट तक।
    • निशीथ काल रात 12 बजकर 08 म‍िनट से रात 01 बजकर 1 मिनट तक।
    • ब्रह्म मुहूर्त अगले दिन सुबह 5 बजकर 24 मिनट से 6 बजकर 17 मिनट तक।
    • सर्वार्थ सिद्धि योग रात को 1 बजकर 18 मिनट से 7 बजकर 9 मिनट तक।

    सुबह 9 बजकर 55 मिनट से 11 बजकर 18 मिनट तक लाभ और दोपहर में 2 बजकर 2 मिनट से 3 बजकर 24 मिनट तक अमृत चौघड़ि‍या।

    आज का अशुभ मुहूर्त

    • राहुकाल शाम 4 बजकर 30 मिनट से 6 बजे तक।
    • गुल‍िक काल शाम को 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 म‍िनट तक।
    • यमगंड दोपहर 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक।

    आज का उपाय : आज के दिन आपको साईं मंदिर में जाकर दर्शन करने चाहिए। आपकी सारी समस्‍याएं दूर हो जाएंगी।