सभी मंडल से लेकर बस्तियों तक तक पहुंचेगा RSS, स्थापना दिवस पर पूर्ण गणवेश में नजर आएंगे स्वयंसेवक
इस बार विजयादशमी दो अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूरे हो जाएंगे। इस अवसर पर झारखंड सहित पूरे देश में सभी मंडल और बस्तियों में छोटे-छोटे कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी चल रही है। नवरात्र प्रारंभ होने की तिथि पर संघ शताब्दी उत्सव मनाए जाएंगे। संघ कार्य की दृष्टि से झारखंड में 1264 मंडल और 847 बस्तियां हैं।

संजय कुमार, जागरण, रांची। इस बार विजयादशमी के दिन दो अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना के 100 वर्ष पूरे हो जाएंगे। इस अवसर पर झारखंड सहित पूरे देश में सभी मंडल और बस्तियों में छोटे-छोटे कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी चल रही है।
नवरात्र प्रारंभ होने की तिथि 22 सितंबर से विजयादशमी के दिन यानी दो अक्टूबर तक 2111 स्थानों पर संघ शताब्दी उत्सव मनाए जाएंगे। संघ कार्य की दृष्टि से झारखंड में 1264 मंडल और 847 बस्तियां हैं।
10 से 12 गांवों को मिलाकर एक मंडल एवं शहरों में 10,000 की जनसंख्या में एक बस्ती का गठन किया गया है। कार्यक्रम में सभी नए और पुराने स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में शामिल होंगे।
स्वयंसेवक पथ संचलन भी निकालेंगे। जिन मंडलों या बस्तियों में स्वयंसेवकों की संख्या कम होगी वहां दो से तीन मंडल या बस्तियों के लोग आपस में मिलकर पथ संचलन निकाल सकते हैं। सभी स्थानों पर तैयारी तेजी से चल रही है।
एक भी स्वयंसेवक छूटे नहीं
संघ की योजना है कि शताब्दी समारोह में शामिल होने से एक भी स्वयंसेवक नहीं छूटे। जहां भी कार्यक्रम हो उस आसपास के सभी नए व पुराने स्वयंसेवक उसमें शामिल हों। सभी पूर्ण गणवेश में शामिल हों, इसका भी प्रास है।
इसके लिए सूची तैयार कर संघ के स्थानीय दायित्वधारी कार्यकर्ता एक दूसरे से संपर्क कर रहे हैं। फोन के माध्यम से भी सूचना कर रहे हैं। इस आयोजन में संघ के समवैचारिक संगठनों में कार्य करने वाले सभी स्वयंसेवक भी गणवेश तैयार कर रहे हैं।
वनवासी कल्याण आश्रम, सेवा भारती, विद्या भारती, विश्व हिंदू परिषद, भाजपा, हिंदू जागरण मंच, एकल अभियान, अधिवक्ता परिषद, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ सहित कुल 33 से अधिक समवैचारिक संगठनों से जुड़े स्वयंसेवक आयोजन की तैयारी में लगे हैं। सभी स्थानों पर आयोजित उत्सव में समाज के लोगों को भी आमंत्रित करना है।
नागपुर में मुख्य अतिथि होंगे पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द
दो अक्टूबर को संघ मुख्यालय नागपुर में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द होंगे। इस मौके पर सरसंघचालक मोहन भागवत स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे।
उस पर पूरे विश्व की नजर है कि सरसंघचालक अपने शताब्दी समारोह में क्या बोलते हैं, क्योंकि वहीं संबोधन स्वयंसेवकों के लिए अगले एक वर्ष तक दिशा निर्देश का काम करता है।
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