'पंच परिवर्तन को जीवन का स्थायी हिस्सा बनाएं', RSS ने लोगों से की अपील
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने पंच परिवर्तन को जीवन का स्थायी हिस्सा बनाने का आह्वान किया है। पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनें, स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दें, सामाजिक समरसता फैलाएं, नागरिक कर्तव्यों का पालन करें और परिवार को प्रेरणा का केंद्र बनाएं। आरएसएस स्वयंसेवक इन परिवर्तनों को लेकर काम कर रहे हैं, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव की संभावना है।
-1760946736542.webp)
प्रांत कार्यवाह संजय कुमार। (जागरण फोटो)
संजय कुमार, रांची। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पंच परिवर्तन को जीवन का स्थायी हिस्सा बनाने का आह्वान किया है। प्रांत कार्यवाह संजय कुमार ने दीपावली के मौके पर जागरण से बातचीत में कहा कि इस दीपावली के अवसर पर हम सभी यह संकल्प लें कि पंच परिवर्तन को जीवन का स्थायी हिस्सा बनाएंगे।
पर्यावरण को लेकर प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनेंगे। दीपावली में देशज उत्पादों को प्राथमिकता देंगे। भगवान लक्ष्मी और गणेश की मूर्ति, सजावट की वस्तुएं, पटाखें व दीपक आदि स्वदेशी ही खरीदेंगे।
संघ के स्वयंसेवक पंच परिवर्तन को लेकर काम करना प्रारंभ कर चुके हैं। इससे समाज में बड़ा बदलाव आने की संभावना है।
प्रांत कार्यवाह ने कहा कि संघ के पंच परिवर्तन के तहत सामाजिक समरसता को जीवन में अपनाने की जरूरत है। हमें जाति, वर्ग, भाषा और क्षेत्र के भेद मिटाकर समाज में समरसता फैलाना है।
दीपावली में भी सभी वर्ग के लोग एक साथ मिलकर इस त्योहार को मनाएं। स्वदेशी आचरण की जहां तक बात है तो जीवन में इसे उतारकर भारत को सशक्त बनाने में सहयोग कर सकते हैं।
स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा दे सकते हैं। इससे समाज के पारंपरिक व स्थानीय कारीगरों को भी रोजगार मिलेगा। उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण का ध्यान त्योहार में भी रखें, प्लास्टिक मुक्त जीवन अपनाएं।
नागरिक कर्तव्य के तहत स्वच्छता, अनुशासन और सेवा को वर्ष भर की जीवन शैली बनाएं। सदैव सजग, जिम्मेदार और कर्मनिष्ठ नागरिक बनें। कुटुंब प्रबोधन के तहत संस्कार, संवाद और स्नेह से परिवार को प्रेरणा और एकता का केंद्र बनाएं। प्रतिदिन कुछ समय परिवार के साथ मिलकर चिंतन और संवाद करें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।