Jharkhand सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए करें ये उपाय, पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने को ठोस पहल करने के निर्देश
डीआइजी धनंजय कुमार सिंह ने सड़क सुरक्षा पर एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं की समीक्षा की और उन्हें रोकने के लिए ठोस उपाय करने के निर्देश दिए। उन्होंने ब्लैक स्पॉट पर विशेष ध्यान देने, मुआवजा भुगतान में तेजी लाने और नियमों का सख्ती से पालन कराने पर जोर दिया। ठंड में कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए भी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए।

अधिकारियों ने सड़क दुर्घटना में मौत व घायलों की माहवार जानकारी ली।
राज्य ब्यूरो, रांची। डीआइजी जंगल वारफेयर स्कूल नेतरहाट सह सड़क सुरक्षा कोषांग झारखंड धनंजय कुमार सिंह ने गुरुवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के एसएसपी-एसपी, रेंज डीआइजी व जोनल आइजी के साथ सड़क सुरक्षा पर बैठक की।
उन्होंने बैठक में सड़क दुर्घटना, हिट एंड रन, हादसे में मौत व घायलों की माहवार जानकारी ली। इंटिग्रेटेड रोड एक्सिडेंट डेटाबेस (आइआरएडी) व डिटेल्ड एक्सिडेंट रिपोर्ट (ई-डीएआर) में की गई प्रविष्टियों, एमवी एक्ट के तहत की गई कार्रवाई व हिट एंड रन के लंबित मामलों की समीक्षा भी की।
उन्होंने सभी एसएसपी-एसपी को निर्देश दिया है कि विगत एक वर्ष की सड़क दुर्घटनाओं के सभी बिंदुओं की समीक्षा करें। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय करें।
डीआइजी ने जिलों को निर्देश दिया है कि जिन जिलों में ब्लैक स्पाट्स के कारण ज्यादा दुर्घटनाएं हो रही हैं।
ब्लैक स्पाट पर दुर्घटना रोकने के लिए करें कारगर उपाय
विशेषकर उन जिलों में दुर्घटना रोकने के लिए सार्थक प्रयास करने के साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, सड़क, परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय तथा एनएच डिविजन के पदाधिकारियों को ब्लैक स्पाट पर लंबी अवधि व छोटी अवधि का उपाय करें।
जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच हिट एंड रन से संबंधित मामलों में लंबित मुआवजा भुगतान के संबंध में वांछित कार्रवाई करें। ब्रिद एनालाइजर, स्पीड गन तथा अन्य उपकरणों का अधिकारिक प्रयोग सुनिश्चित करें।
बगैर सीट बेल्ट, शराब का सेवन कर वाहन चलाने, ओवर स्पीडिंग, लेन जंपिंग जैसी अनियमितता तथा अपराध को रोकने के लिए विधिवत अभियोजन की प्रक्रिया सुनिश्चित करें। ससमय आइआरएडी, ईडीएआर में प्रविष्टि करें, नियमानुसार दुर्घटना पीड़ित को मुआवजा देने के लिए कार्रवाई करें व अन्य इकाइयां जैसे सड़क, परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण व राज्य राज्यमार्ग से समन्वय स्थापित कर समस्या का समाधान करें ताकि दुर्घटनाओं में कमी आ सके।
जनवरी से अक्टूबर तक दुर्घटना रोकने के लिए की गई कार्रवाई की समीक्षा करते हुए पीड़ित को नियमानुसार मुआवजा दिलाएं। ठंड के मौसम विशेषकर दिसंबर से जनवरी तक कोहरा, रातें घनी व लंबी होने के कारण सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि की आशंका रहती है। इसे रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई करें।
पुलिस मुख्यालय में बैठक के दौरान डीआइजी धनंजय कुमार सिंह के साथ एनएचएआइ के प्रबंधक तकनीकी गौतम दास व चंदन आशीष, इडीएआर-आइआरएडी के राज्य रोल आउट मैनेजर शास्वत कुमार सिन्हा मौजूद थे।

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