आखिरकार पीएचईडी के आगे हार गया रिम्स! अब प्रबंधन ने बाउंड्री तोड़ बनाया वैकल्पिक रास्ता
रांची के रिम्स सुपर स्पेशियलिटी भवन के बाहर नाली का पानी बहने से मरीजों को परेशानी हो रही है। एक महीने से समस्या बनी हुई है पीएचईडी विभाग द्वारा काम पूरा नहीं होने पर रिम्स प्रबंधन ने वैकल्पिक मार्ग बनाया है। सीवरेज लाइन की मरम्मत का कार्य भी बाधित है और रिम्स प्रबंधन ने पीएचईडी की कार्यशैली पर निराशा जताई है।

जागरण संवाददाता, रांची। रिम्स सुपर स्पेशिएलिटी भवन के बाहर अभी भी नाली का पानी बह रहा है। इसे बंद नहीं किया जा सका है। करीब एक माह से इसी बहाली के बीच मरीजों को यहां से आना-जाना पड़ रहा है।
रिम्स प्रबंधन ने बताया कि नाली का काम पूरा नहीं हो पाया है, जबकि पीएचईडी विभाग को लगातार इसे दुरुस्त करने को कहा जा रहा है। लेकिन अब काफी वक्त निकल गया, जिसके बाद प्रबंधन ने इसी परिसर के बाउंड्री को तोड़कर अलग रास्ता बना दिया गया है।
इसी मार्ग से अब मरीज व डॉक्टर आने-जाने का काम करेंगे। साथ ही इसी रास्ते से वे अपनी गाड़ी या एंबुलेंस भी आ सकेगी। मालूम हो कि रिम्स पेईंग वार्ड के सामने सड़क काटकर सिवरेज लाइन की मरम्मति कार्य किया जा रहा है।
लेकिन यह कार्य खत्म होने की जगह बढ़ती जा रही है और स्थिति भयावह हो चुकी है। इंजीनियरों का कहना है कि लगातार अस्पताल का पानी बहने की वजह से इसे दुरुस्त नहीं किया जा पा रहा है लेकिन प्रयास है कि जल्द ही काम खत्म कर दिया जाएगा।
पीएचईडी यानी पेयजल एवं स्वच्छता विभाग। यह राज्य सरकार का सबसे ताकतवर विभागों में से एक है। इस विभाग के अफसर और कर्मचारी आम जनता को तो उसकी औकात बताते ही रहते हैं, सरकार के दूसरे विभाग और संस्थान को भी नहीं बख्शते हैं। इसके आगे अब राज्य का सबसे बड़ा अस्पताल भी हार गया है।
बह रहा सीवरेज का पानी
दरअसल, महीनेभर से रिम्स के सुपर स्पेशिएलिटी भवन के बाहर सीवरेज का पानी बह रहा है। रोजाना सैकड़ों मरीज गंदे पानी में चलकर इलाज कराने आते हैं। डॉक्टर भी मजबूरन इसी रास्ते से आना-जाना करते हैं।
रिम्स प्रबंधन महीनेभर से पीएचईडी से लगातार इसे दुरुस्त कराने की गुहार लगा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने भी स्थल निरीक्षण कर तत्काल कार्य पूरा करने का निर्देश दिया था। दबाव में पीएचईडी ने सीवरेज निर्माण का काम शुरू तो करा दिया, लेकिन आजतक पूरा नहीं किया।
इस बीच पीएचईडी की कार्यशैली से झल्लाकर रिम्स प्रबंधन ने विभाग से इंजीनियरों को बदलने तक की लिखित मांग कर दी, फिर भी कोई असर नहीं पड़ा। अंत में हारकर रिम्स प्रबंधन ने सुपर स्पेशिएलिटी भवन के परिसर की बाउंड्री को तोड़कर दूसरी जगह मरीजों और डाक्टरों के आने-जाने के लिए वैकल्पिक रास्ता बनवा दिया है।
पीएचईडी के इंजीनियरों का कहना है कि लगातार अस्पताल का पानी बहने के कारण इसे दुरुस्त नहीं किया जा पा रहा है, लेकिन प्रयास है कि जल्द ही काम खत्म कर दिया जाएगा।
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