Jharkhand Health: रिम्स के डाक्टरों ने दो ओपन हर्ट सर्जरी कर रच दिया नया कीर्तिमान
Jharkhand Health News रिम्स के कार्डियोथोरासिक विभाग मे पहली बार दो दिनों में लगातार दो ओपन हार्ट सर्जरी की गई। ऑपरेशन में सबसे कम तीन घंटे का समय लगा ...और पढ़ें

रांची, जासं। Jharkhand Health News झारखंड की राजधानी रांची में रिम्स के कार्डियोथोरासिक विभाग मे पहली बार दो दिनों में लगातार दो ओपन हार्ट सर्जरी की गई। पिछली सफलता के बाद गिरिडीह के जमुआ निवासी 19 वर्षीय काजल कुमारी का माइट्ल वाल्भ फट गया था। साथ ही दिल में सुराग था और दिल के बाएं हिस्से का आकार दुगुना हो गया था। ऑपरेशन करके रोगी के दिल का वाल्भ की बीमारी को अत्याधुनिक कृत्रिम माइट्ल वाल्भ लगाकर ठीक कर दिया गया।
ऑपरेशन में सबसे कम तीन घंटे का लगा समय
ऑपरेशन करने वाले डा राकेश कुमार ने बताया कि ऑपरेशन में सबसे कम तीन घंटे का समय लगा। आमतौर ओपन हर्ट सर्जरी में काफी समय लगता है। फिलहाल बच्ची पूरी तरह से ठीक है और खतरे से बाहर है। इस ऑपरेशन की टीम में शामिल सर्जन डॉ राकेश चौधरी कार्डियक सर्जन रिम्स के कुशल नेतृत्व में डॉ संजय सीनियर रेसिडेंट के सहयोग से किया। ऑपरेशन को सफल बनाने में डॉ मुकेश, डॉ नितेश, डॉ अमित, डॉ शालिनी व डॉ अतिप्रिये की रही। साथ ही ऑपरेशन में अमित कुमार सिंह परर्फुजनीस्ट ओटी असिस्टेंट शमीम, राजेन्द्र, उपेन्द्र, गोल्डी व प्रीति की रही।
इसके अलावा विनीत महाजन के कुशल नेतृत्व में रिम्स में पहली बार हमने मिनिमल इनभासिभ कार्डियक सर्जरी की गई, जिसमें दिल का सुराग बंद किया गया। इस सर्जरी में सीटीवीएस के सभी सद्स्य व कार्डियक अनेस्थेसीया के सभी सद्स्य ने कठिन प्रयास कर ऑपरेशन को सफल बनाया गया।
रिम्स के इतिहास में दो कीर्तिमान हुआ हासिल
डा राकेश ने बताया कि रिम्स के इतिहास में दो कीर्तिमान हासिल हुआ। यह दूसरा ओपन हार्ट सर्जरी छोटे से चीरे से सुबह आठ बजे से शुरु करके चार घंटे के अंदर कर दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि उपलब्घ संसाधनों में ही हर दिन ओपन हर्ट सर्जरी की जा सकती है।

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