Rhea Chakraborty: जानें कहां है रिया चक्रवर्ती का पैतृक गांव, राज परिवार से क्या है संबंध
Rhea Chakraborty Drug Case पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के बाघमुंडी क्षेत्र के तुंतुडी गांव में आज भी उनके चचेरे भाई का परिवार रहता है। रिया के परदादा मानकी राजवंश के दीवान थे।
पुरुलिया (प. बंगाल), [विष्णु चंद्र पाल]। बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में गिरफ्तार फिल्म अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के पैतृक गांव तुंतुडी के लोगों को विश्वास नहीं हो रहा कि वह ऐसा काम कर सकती है। राज परिवार के दीवान परिवार से आने वाली रिया चक्रवर्ती के पुरखों का गांव में अच्छा रसूख रहा है। ग्रामीणों को कहना है कि कानून अपना काम कर रहा है। रिया को मामले में न्याय जरूर मिलेगा। सबकी नजर मामले पर टिकी है। तुंतुडी नामक यह गांव पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के बाघमुंडी थाना क्षेत्र में स्थित है।
पुरुलिया जिले के बाघमुंडी थाना क्षेत्र के तुंतुडी गांव स्थित अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती का पैतृक घर। जागरण।
रिया के परदादा राममय चक्रवर्ती उर्फ संतू बाबू तत्कालीन सुईसा क्षेत्र के मानकी राजवंश के दीवान हुआ करते थे। पूर्व सांसद वीर सिंह महतो बताते हैं कि रिया के पैतृक घर को आज भी दीवान घर कहा जाता है। इस परिवार के पास 12 मौजा का स्वामित्व हुआ करता था। राममय चक्रवर्ती दानी व्यक्ति थे। तुंतुडी हाई स्कूल के लिए उन्होंने 27 बीघा जमीन दान दी थी। स्कूल भवन निर्माण में भी आर्थिक मदद की थी। तुंतुडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए भी उन्होंने जमीन दान दी थी।
पूर्व सांसद वीर सिंह कहते हैं कि सुशांत मामले में रिया की गिरफ्तारी से गांव हैरान है। यकीन नहीं हो रहा कि वह ऐसा काम कर सकती है। इस गांव में आज भी रिया के चचेरे भाई का परिवार रहता है। इस घटना के बाद वे लोग मीडिया के सामने नहीं आ रहे हैं। बेगुनकोदर राज परिवार के सदस्य और चर्चित डॉक्टर असीम सिन्हा कहते हैं कि रिया चक्रवर्ती प्रतिष्ठित परिवार से आती हैं। ग्रामीणों को अब भी यकीन नहीं हो रहा उनकी बेटी ने गलत कदम उठाया होगा। वे कोर्ट से आने वाले फैसले की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
पूर्व विधायक निशिकांत मेहता कहते हैं कि रिया चक्रवर्ती के दादा शिरीष चंद्र चक्रवर्ती तुंतुडी हाईस्कूल से पढ़ाई करने के बाद धनबाद में कोलियरी के प्रबंधक बने। वहीं, उनके पुत्र यानी रिया चक्रवर्ती के पिता की पढ़ाई-लिखाई हुई। वह भारतीय सेना में कर्नल बने। परिवार के अधिकतर सदस्य पारिवारिक पूजा में एकत्र होते हैं। रिया की गिरफ्तारी से हर कोई हैरान जरूर है, लेकिन न्याय की उम्मीद भी है।
लाइब्रेरियन अभिजित चौधरी कहते हैं कि इस मामले पर गांव के सभी लोगों की नजर है। इसलिए कि रिया चक्रवर्ती इस गांव की बेटी हैं। भले ही जन्म कर्नाटक के बेंगलुरु में हुआ था। 19 साल पहले रिया चक्रवर्ती दुर्गापूजा में यहां आई थीं। इस गांव में 323 साल पहले से पूजा की परंपरा है। रिया के पिता ने ही गांव के दुर्गा मंदिर के रसोई घर का निर्माण कराया था। रिया जब आई थीं तो सभी रिश्तेदारों से मिली थीं।