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    Jharkhand Weather: झारखंड के लोगों को अभी नहीं मिलेगी राहत, 6 जिलों में भारी बारिश के साथ वज्रपात की चेतावनी

    Updated: Fri, 11 Jul 2025 07:10 AM (IST)

    रांची में मानसून ने कहर बरपाया है जिससे पिछले दस वर्षों में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई है। राजधानी और आसपास के जिलों में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और नगर निगम की कार्यशैली की पोल खुल गई है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी वर्षा की संभावना जताई है और कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, रांची। इस वर्ष मानसून पूरे परवान पर है। राज्य में सक्रिय मानसून का असर लगातार देखने को मिल रहा है। राजधानी रांची समेत आसपास के जिलों में पिछले पंद्रह दिनों से लगातार वर्षा हो रही है और सड़कों पर नाले का पानी बह रहा है।

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    इस वर्षा ने रांची नगर निगम की कार्यशैली की पोल खोलकर रख दी है। बता दें कि 1 जून से 10 जुलाई तक रांची में सामान्य वर्षापात 296.1 मिमी की तुलना में 736.4 मिमी वर्षापात हो चुका है जो कि पिछले दस वर्षों के आंकड़ों से कहीं अधिक है।

    पूरे राज्य में अब तक सर्वाधिक वर्षापात पूर्वी सिंहभूम में रिकॉर्ड किया गया है। जहां सामान्य वर्षापात 328.7 मिमी की तुलना में अब तक 852.2 मिमी वर्षापात हो चुका है। वहीं, सबसे कम गढ़वा में 215.6 मिमी वर्षापात की तुलना में 150.7 मिमी वर्षापात हुआ है।

    वहीं, पूरे राज्य की बात करें तो अब तक सामान्य वर्षापात 285.6 मिमी की तुलना में 482.8 मिमी वर्षापात हो चुका है, जो कि 69 प्रतिशत अधिक है। यह आंकड़ा पिछले दस वर्षों की तुलना में सबसे अधिक है।

    मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि जून माह में 84 प्रतिशत अधिक वर्षापात हुआ जो कि पिछले 11 वर्षों में सर्वाधिक है। वहीं, जुलाई प्रथम सप्ताह में 69 प्रतिशत वर्षापात रिकॉर्ड किया गया है जबकि जुलाई और अगस्त माह बाकी है।

    रुक-रुककर हो रही वर्षा ने गिराया तापमान 

    गुरुवार को दिनभर राजधानी व आसपास के जिलों में दिनभर बादल छाए रहे और रुक रुककर रिमझिम फुहारें गिरती रहीं। जिससे राजधानी का तापमान गिरकर 22.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है।

    मौसम विज्ञान केंद्र रांची द्वारा जारी पूर्वानुमान की बात करें तो 11 जुलाई को राज्य के उत्तर पश्चिमी हिस्से यानी पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा के कई हिस्सों में भारी वर्षा होने की संभावना है। इन जिलों में भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।

    बताया गया कि इन जिलों में कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवा बहने की संभावना है और यलो अलर्ट जारी किया गया है। पूरे राज्य में यह स्थिति 14 जुलाई तक बनी रहेगी।

    मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि 11 और 12 जुलाई को राज्य के कुछेक हिस्सों में हल्की व मध्यम दर्जे की वर्षा होने की प्रबल संभावना है। जबकि 13 और 14 जुलाई को राज्य के अधिकांश हिस्सों में भारी वर्षा होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि राज्य में अगले पांच दिनों तक यानी 15 जुलाई तक अधिकतम तापमान में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।

    ऐसा रहा मौसम 

    पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो पूरे राज्य में मानसून की गतिविधि सामान्य बनी रही। लगभग सभी स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की व मध्यम दर्जे की वर्षा रिकॉर्ड की गई जबकि, कहीं-कहीं भारी वर्षा हुई है।

    सबसे अधिक वर्षा 158.4 मिमी पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला में रिकॉर्ड की गई। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 31.8 डिग्री सेल्सियस गढ़वा का जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस लातेहार का रिकॉर्ड किया गया। वहीं, राजधानी रांची का अधिकतम 25.6 डिग्री जबकि न्यूनतम 22.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

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