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विष्णु अग्रवाल ने कराया था छवि रंजन का गोवा टूर, इस लग्‍जरी होटल में था रहने-खाने का इंतजाम, मोबाइल से खुलासा

रांची जमीन घोटाले को लेकर चल रही ईडी की जांच में लगातार नई-नई चीजें सामने आ रही हैं। इस दरमियान पता चला है कि रांची के रियल इस्टेट कारोबारी विष्णु कुमार अग्रवाल ने छवि रंजन का गोवा टूर करवाया था।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenPublished: Sat, 06 May 2023 09:16 AM (IST)Updated: Sat, 06 May 2023 09:16 AM (IST)
ईडी ने अपनी जांच में पूर्व उपायुक्‍त छवि रंजन को लेकर कई खुलासे किए हैं।

राज्य ब्यूरो, रांची। ईडी की अनुसंधान में यह खुलासा हुआ है कि रांची के रियल इस्टेट कारोबारी विष्णु कुमार अग्रवाल ने छवि रंजन का गोवा टूर करवाया था। उसने गोवा के ताज फोर्ट अगुआडा में उनके रहने-खाने की व्यवस्था की थी। इसके लिए विष्णु कुमार अग्रवाल ने अपने कर्मचारी के माध्यम से दिल्ली के एक ट्रेवेल एजेंट को नकद में भुगतान किया था। इस बात का खुलासा ईडी ने विष्णु कुमार अग्रवाल के जब्त मोबाइल के डेटा से किया है, जिसकी फोरेंसिक विश्लेषण से ये तथ्य सामने आए हैं।

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विष्‍णु अग्रवाल के मोबाइल से चौंकानेवाला खुलासा

रांची के तत्कालीन डीसी छवि रंजन के मौखिक आदेश पर ही चेशायर होम रोड की एक एकड़ विवादित जमीन का म्यूटेशन विष्णु अग्रवाल व उनकी पत्नी अनुश्री अग्रवाल के नाम पर बड़गाईं के तत्कालीन अंचलाधिकारी मनोज कुमार ने किया था।

ईडी ने गत चार नवंबर 2022 को विष्णु अग्रवाल के ठिकाने पर छापेमारी के दौरान उनका मोबाइल जब्त किया था, जिसके डेटा से ईडी को बहुत जानकारियां हाथ लगी, जिसमें छवि रंजन के गोवा टूर का ब्यौरा भी था।

नामकुम में भी विष्णु को छवि रंजन ने जमीन पर दिलाया था कब्जा

ईडी की छानबीन में पता चला कि विष्णु अग्रवाल व छवि रंजन के बीच गहरे संबंध थे। छवि रंजन ने विष्णु अग्रवाल को नामकुम मौजा के पुगड़ू में खरीद-बिक्री नहीं होने वाली जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा दिलाया था। राज्य सरकार के माध्यम से इस जमीन के मामले की भी जांच कराने का आदेश हुआ था।

इस बीच ईडी ने छवि रंजन को लेकर एक और खुलासा करते हुए कहा है कि बड़गाईं मौजा की एक जमीन के लिए उन्‍हें रिश्वत में एक करोड़ रुपये मिले थे। पूर्व में गिरफ्तार आरोपितों ने प्रेम प्रकाश के जरिए इसका उन्‍हें भुगतान किया था। जिस जमीन के लिए छवि रंजन को एक करोड़ रुपये का भुगतान हुआ था, वह जमीन प्रतिबंधित थी। प्रतिबंधित सूची से बाहर करने के एवज में ही छवि रंजन को उक्त राशि का भुगतान किया गया था।


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