Kudmi Protest: कुड़मी आंदोलन के चलते तीन दिनों में 54 ट्रेनें रद, 37 का बदला गया रूट
रांची रेल मंडल में कुड़मी समाज के रेल रोको आंदोलन से ट्रेनों का परिचालन प्रभावित रहा। 20 से 22 सितंबर तक 54 ट्रेनें रद की गईं और कई ट्रेनों के मार्ग बदले गए। रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए भोजन पानी और स्वास्थ्य सेवाओं का प्रबंध किया। लगभग 2500 यात्रियों को भोजन व पेयजल दिया गया। स्थिति पर निगरानी रखने के लिए कंट्रोल रूम सक्रिय रहा।

जागरण संवाददाता, रांची। रांची रेल मंडल सहित दक्षिण पूर्व रेलवे के विभिन्न सेक्शन में आदिवासी कुड़मी समाज के रेल रोको आंदोलन का व्यापक असर पड़ा।
आंदोलन के चलते 20 से 22 सितंबर तक कुल 54 ट्रेनों का परिचालन रद, 27 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट, 12 ट्रेनों को पुनर्निर्धारित और 37 ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन करना पड़ा।
रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए लगातार निगरानी और वैकल्पिक इंतजाम किए। मंडल रेल प्रबंधक और वरिष्ठ अधिकारियों ने खुद हालात पर नजर रखी और आस-पास के मंडलों से समन्वय कर वैकल्पिक परिवहन सुनिश्चित किया। इसकी जानकारी सीनियर डीसीएम शुचि सिंह ने डीआरएम कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में दी।
सीनियर डीसीएम का दावा रहा कि प्रभावित यात्रियों के लिए रांची, मुरी, सिल्ली सहित कई स्टेशनों पर भोजन, स्नैक्स, मिनरल वाटर और जरूरी सामान वितरित किए गए।
लगभग 2500 यात्रियों को भोजन व पेयजल उपलब्ध कराया गया। बुज़ुर्गों के लिए व्हीलचेयर, छोटे बच्चों के लिए दूध-बेबी फूड तथा बस यात्रा में स्नैक्स-पानी की विशेष व्यवस्था रही। तीन ट्रेनों के यात्रियों के लिए बस की सुविधा उपलब्ध कराई गई।
स्वास्थ्य सेवाओं के तहत डॉक्टर, एम्बुलेंस और आवश्यक दवाएं स्टेशन पर उपलब्ध कराई गईं। वरिष्ठ नागरिकों और बीमार यात्रियों की मदद के लिए अतिरिक्त स्टाफ तैनात किया गया।
रेल प्रशासन का कहना है कि आंदोलन की संभावनाओं को देखते हुए 19 सितंबर से ही 24 घंटे कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिया गया था, जिससे स्थिति पर लगातार निगरानी और यात्रियों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित हो सकी।
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