Jharkhand News: गाजियाबाद से कफ सिरप की तस्करी, रांची पुलिस को बताया सड़ा चावल; ट्रक चालक गिरफ्तार
रांची के मांडर थाना क्षेत्र में पुलिस ने अवैध नशीली कफ सीरप की बड़ी खेप पकड़ी। ट्रक में 13,400 बोतलें फेनसेडिल कफ सीरप बरामद हुईं, जिसमें कोडीन फास्फेट मिला था। पुलिस ने चालक वसीम निजाम शेख को गिरफ्तार किया, जिसने बताया कि वह गाजियाबाद से ट्रक लेकर रांची आया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

कप सिरप की खेप। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, रांची। मांडर थाना क्षेत्र में शनिवार देर रात पुलिस और औषधि विभाग की संयुक्त कार्रवाई में अवैध नशीली कफ सीरप की बड़ी खेप पकड़ी गई। औषधि निरीक्षक अमित कुमार की लिखित शिकायत पर मांडर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
ग्रामीण एसपी प्रवीण पुष्कर ने बताया कि औषधि निरीक्षक अमित कुमार और मांडर थाना प्रभारी को सूचना मिली थी कि ट्रक संख्या एनएल01एएच-5510 में भारी मात्रा में अवैध कफ सीरप लोड कर रांची की ओर लाया जा रहा है।
सूचना के आधार पर पुलिस ने टांगरबसली मोड़ (एनएच-27) पर चेकिंग अभियान लगाया। देर रात पुलिस टीम ने संदिग्ध ट्रक को रोक लिया। तलाशी के दौरान ट्रक में ऊपर की ओर चावल की बोरियां रखी गई थीं।
जब पुलिस ने उन्हें हटाया, तो नीचे से 134 प्लास्टिक बोरी में फेनसेडिल कफ सीरप की कुल 13,400 बोतलें बरामद हुईं। जांच में यह सीरप एबाट हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड, बद्दी (हिमाचल प्रदेश) निर्मित पाया गया, जिसमें कोडीन फास्फेट (10 एमजी प्रति 5 एमएल) मिश्रित है।
यह दवा नशीले पदार्थ की श्रेणी में आती है और इसके परिवहन या बिक्री के लिए वैध अनुमति आवश्यक होती है। पकड़े गए चालक की पहचान वसीम निजाम शेख (40 वर्ष), निवासी आई-ब्लाक, जनता कालोनी, प्रेम नगर, जोगेश्वरी ईस्ट, मुंबई (महाराष्ट्र) के रूप में हुई।
जब उससे कफ सीरप से संबंधित दस्तावेज मांगे गए तो वह कोई वैध कागजात प्रस्तुत नहीं कर सका। जब्त कफ सीरप में लगभग 2.68 किलोग्राम कोडीन फास्फेट पाया गया, जो व्यावसायिक मात्रा की श्रेणी में आता है।
सड़ा चावल बताकर पुलिस को चकमा देने की कोशिश
पुलिस के अनुसार, जब ट्रक चालक को पकड़ा गया तो उसने पहले कहा कि ट्रक में सड़ा हुआ चावल लदा है। झांसा देने के लिए ऊपर चावल की बोरियां रखी गई थीं, लेकिन जब पुलिस ने बोरियां हटाईं, तो अंदर से कफ सीरप बरामद हुआ। सीरप मिलने पर चालक मौके से भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन जवानों ने उसे तुरंत पकड़ लिया।
बीआईटी इलाके में दूसरे चालक को सौंपना था ट्रक
पुलिस का कहना है कि पूछताछ में चालक ने बताया कि वह गाजियाबाद से ट्रक लेकर चला था और उसे रांची के बीआईटी इलाके में दूसरे चालक को सौंपना था। आगे यह सीरप कहां भेजा जाना था, इसका पता लगाने में पुलिस जुटी है।
चालक ने पूछताछ में कुछ अन्य व्यक्तियों के नाम भी बताए हैं, जो कफ सीरप की सप्लाई श्रृंखला से जुड़े हो सकते हैं। पुलिस सभी नामों का सत्यापन कर रही है।
पंजीकृत चिकित्सक की पर्ची पर हो सकती है बिक्री
पुलिस का कहना है कि बरामद कफ सीरप की बिक्री केवल पंजीकृत चिकित्सक की पर्ची पर ही की जा सकती है। इस दवा को रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट की देखरेख में बेचे जाने का प्रावधान है। बिना लाइसेंस या चिकित्सकीय परामर्श के इसका भंडारण, परिवहन या बिक्री गैरकानूनी है।
फेनसेडिल कफ सीरप में कोडीन फास्फेट पाया जाता है, जो नशीले पदार्थ की श्रेणी में आता है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह औषधि सामान्य उपयोग के लिए नहीं है और इसका दुरुपयोग नशे के रूप में किया जा सकता है। एक बोतल की कीमत 226 रुपये हैं।
नशे के खिलाफ पुलिस द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। कफ सीरप बरामदगी के मामले में चालक गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य कुछ लोगों के नाम भी सामने आए हैं। पुलिस सभी का सत्यापन कर रही है। -प्रवीण पुष्कर, ग्रामीण एसपी

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