रांची में पुलिस-प्रशासन का फ्लैग मार्च, लोगों से कानून का पालन करने की अपील
Jharkhand News गांवों में लाउडस्पीकर से प्रशासन ने लॉकडाउन का प्रचार-प्रसार किया। ई-पास का झंझट देख प्रशासन बैकफुट पर रहा। सख्ती में थोड़ी ढील राहगीरों को जागरुक किया। सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन दिखे। शहर के प्रवेश मार्ग पर हर आने-जाने वालों से पुलिस ने पूछताछ की।
रांची, राज्य ब्यूरो। राजधानी रांची में सख्ती के पहले दिन रविवार को सिटी एसपी सौरभ व एसडीएम के नेतृत्व में पुलिस-प्रशासन ने फ्लैग मार्च निकाला और लोगों से कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में कानून का पालन करने की अपील की। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 16 मई से 27 मई तक सख्ती के साथ स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को बढ़ा दिया गया है। प्रशासन ने अपील की कि बिना ई-पास के निजी वाहनों से नहीं निकलें। घर पर ही रहें, शारीरिक दूरी का पालन करें, मास्क पहनें और सरकार के गाइडलाइंस का पालन कराने में प्रशासन की मदद करें।
फ्लैग मार्च में सिटी एसपी सौरभ व एसडीएम के अलावा सभी डीएसपी, थानेदार व पीसीआर के जवान शामिल थे। लोगों से अपील की गई है कि वे बेवजह घरों से बाहर नहीं निकलें। राज्य में ई-पास सिस्टम को शुरू किया गया है। अगर आवश्यक है तो ई-पास लेकर ही घरों से बाहर निकलें। राजधानी रांची में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान सख्ती के पहले दिन सुबह से ही ई-पास बनवाने में दिक्कतें शुरू हो गईं। कइयों ने तो पास बनवा रखा था, पर ऐसे कई मिले, जिनके पास ई-पास नहीं मिला। उन्हें हिदायत देकर छोड़ा गया है।
ई-पास बनवाने में आ रही दिक्कतों को देखते हुए प्रशासन भी बैकफुट पर रहा। सख्ती में थोड़ी ढील दी गई थी। राहगीरों से पुलिस अपील करती नजर आई कि बेवजह घरों से नहीं निकलें और ई-पास अवश्य बनवा लें, नहीं तो कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। ग्रामीण इलाकों में तो पुलिस ने लाउडस्पीकर के माध्यम से आम लोगों को कोविड गाइडलाइंस, ई-पास, मास्क व शारीरिक दूरी के प्रति जागरूक किया। रांची में आने-जाने वाले मार्ग पर, दूसरे जिला से सटी सीमा पर व कुछ प्रमुख संभावित भीड़भाड़ वाले जगहों पर ऐसे 93 चेक प्वाइंट बनाए गए हैं, जहां हर आने-जाने वालों से पूछताछ की जा रही है।
करीब 1500 अतिरिक्त जवान रांची जिले में तैनात किए गए हैं, जिनमें जैप, सैप, क्यूआरटी व रैपिड एक्शन पुलिस के जवान-पदाधिकारी शामिल हैं। आवश्यक कार्य से घरों से निकलने वालों के लिए भी सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किया था। इनमें चार पहिया वाहनों में चालक सहित अधिकतम तीन, ऑटो में भी चालक सहित अधिकतम तीन व दो पहिया पर अधिकतम दो व्यक्तियों को बैठने की अनुमति मिली है। बताया जा रहा है कि नियम तोड़ने पर 15 दिनों के लिए गाड़ी जब्त होगी और चालान भी कटेगा तथा कानूनी कार्रवाई भी होगी।
दोपहर दो बजे के बाद बढ़ी सख्ती
दोपहर दो बजे तक पुलिस की ओर से सख्ती में थोड़ी ढील दी गई थी। जिन्हें बिना पास का पकड़ा गया, उनमें अधिकतर ने अनिवार्य सेवा से जुड़े होने की जानकारी दी। कोई अपने परिजन का इलाज कराने के लिए निकला था तो कोई दवा खरीदने के लिए। पुलिस ने उन्हें पूछताछ कर जाने दिया। लोग कोरोना वायरस से स्वत: डरे हुए हैं, जिससे सड़क पर भी भीड़भाड़ नहीं है। जो जरूरतमंद हैं, वे ही आना-जाना कर रहे हैं। दोपहर दो बजे जिले की सभी दुकानें जब बंद हो गईं तो पुलिस की सख्ती भी बढ़ गई। इसके बाद पूरा शहर वीरान पड़ा रहा।