Ranchi News: बिजली मीटर लगाने का चल रहा खेल; दलाल सक्रिय, 10 हजार रुपये तक की हो रही वसूली
रांची में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के नाम पर दलाल उपभोक्ताओं से अवैध वसूली कर रहे हैं सिंगल फेज कनेक्शन के लिए 10 हजार तक लिए जा रहे हैं। बिजली विभाग इसे रोकने में विफल है। एक किलोवाट कनेक्शन का वास्तविक शुल्क 1775 रुपये है जिसमें 500 रुपये का बैलेंस शामिल है लेकिन दलाल अधिक पैसे वसूल रहे हैं।

जागरण संवाददाता, रांची। शहर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के नाम पर दलाल उपभोक्ताओं से सिंगल फेज के कनेक्शन पर 10 हजार रुपये तक वसूली कर रहे है। यह काम धड़ल्ले से जारी है। इसपर रोक लगाने में बिजली विभाग भी विफल साबित हो रहा है।
दलालों की सक्रियता इतनी है कि हर कोई इनके ही जाल में फंस जाता है। लोग अब भी पोस्टपेड कनेक्शन कनेक्शन समझकर सिक्युरिटी मनी के रूप में जरूरत से अधिक पैसे दे रहे है। लेकिन सिक्योरिटी मनी का लाभ नहीं मिलने पर उपभोक्ता बिजली विभाग को ही खरी-खोटी सुना रहे हैं।
इस संबंध में विभाग के अधिकारियों ने बताया कि एक किलोवाट का सिंगल फेज कनेक्शन लेने पर उपभोक्ता को पहले 3620 रुपये लगता था, जबकि प्रीपेड में अब यह व्यवस्था बदल गई है।
अब एक किलोवाट सिंगल फेज कनेक्शन के लिए उपभोक्ताओं को प्रीपेड स्मार्ट मीटर में 1075 रुपये का चालान कटवाना पड़ता है, जिसमें उपभोक्ताओं को 500 रुपये बैलेंस दी जाती है।
इसके अलावा, उपभोक्ताओं को आवेदन शुल्क 100 रुपये, मीटर टेस्टिंग चार्ज 100 रुपये, सर्विस चार्ज 500 रुपये लगते है। कुल मिलाकर बात करें तो लगभग 1775 रुपये खर्च होता है, इसमें भी उपभोक्ताओं को 500 रुपये बैलेंस मिल जाता है।
इसके साथ ही प्रत्येक किलोवाट लोड बढ़ते ही उपभोक्ताओं को 500 रुपये अतिरिक्त चार्ज लगते है। लेकिन अधिकांश उपभोक्ताओं को इसकी जानकारी नही हैं। दलाल भी इसका खुलेआम फायदा उठा रहे है। इस मामले में हमने शहर में सक्रिय दलालों से इस संबंध में बातचीत की है, जिसके अंश आपके समक्ष है:-
रिपोर्टर : हेलो सर... मुझे प्रीपेड मीटर मेरे घर में लगवाना है ...?
दलाल : हां, लग जाएगा... इसके लिए आपको अपने घर का पेपर, आधार कार्ड और फोटो लगेगा...?
रिपोर्टर : सर, सिंगल फेज कनेक्शन और लोड एक किलोवाट चाहिए...कितना पैसा लगेगा ...?
दलाल : अभी नया रेट आया हुआ है, एक किलोवाट लोड के लिए 5000 हजार रुपये लगेगा...?
रिपोर्टर : दो किलोवाट का कितना लगेगा...?
दलाल : दो किलोवाट का लगभग 8000 हजार लगेगा... बाजार में यहीं रेट चल रहा है...?
रिपोर्टर : कनेक्शन अप्लाई करने के कितने दिनों बाद मीटर लग जाएगा...?
दलाल : अभी मीटर की कमी है, लेकिन 10 दिन के अंदर मीटर लगवा देंगे...?
रिपोर्टर : सर, अब आकर आपसे मिलना है...।
नोट : यह रिपाेर्टर और दलाल के रिकार्डिंग के अंश है।
18 किलोवाट तक ही ले सकत है प्रीपेड कनेक्शन
शहर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर व्यवस्था लागू होने के बाद से ही शहर में हलचल बढ़ गई है। उपभोक्ता अधिक बिजली बिल आने से परेशान है तो दलाल कनेक्शन के नाम पर उपभोक्ताओं से मोटी रकम वसूल रहे है। हर कुछ खुलेआम हो रहा है। जिसमें उपभोक्ताओं को सिर्फ आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
कोई शहर में कनेक्शन के नाम पर 10 हजार रुपये तक कोई मनमाना वसूली कर रहा है। मीटर लगाने का खेल तेजी से फलफूल रहा है। अब इस प्रकार की शिकायतें विभाग के पास काफी तेजी से पहुंच रही है, लेकिन उपभोक्ता दलाल की पहचान नहीं कर पा रहे है, जिसके कारण लिखित आवेदन अब तक नही आ सके है।
अधिकारियों ने बताया कि प्रीपेड स्मार्ट मीटर की सेवा में काफी कम पैसे में ही उपभोक्ताओं को कनेक्शन दिए जा रहे है। वहीं सिंगल फेज कनेक्शन के लिए 5 किलोवाट तक उपभोक्ता लाभ ले सकते है।
इसके बाद थ्री फेज का कनेक्शन उपभोक्ताओं को लेना पड़ता है। इसके लिए 3000 चार्ज लगता है, कुल मिलाकर 3703 रुपये चार्ज लगते है। वहीं प्रीपेड में 18 किलोवाट तक ही कनेक्शन ले सकते है, इसके बाद पोस्टपेड की सेवा लेनी पड़ती हैं।
क्या कहते अधिकारी
उपभोक्ताओं में बिजली कनेक्शन लेने के नाम पर जागरूकता की भारी कमी है। सिक्युरिटी मनी अब काफी कम लगता है। वे बैलेंस के तौर पर उपभोक्ताओं को मिल जाता है। उपभोक्ता बिजली कनेक्शन के लिए सीधे नजदीकी बिजली कार्यालय पहुंचे। इससे दलालों से छुटकारा मिलेगा। - डीएन साहू, डीजीएम, जेबीवीएनएल, रांची
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