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    झारखंड शराब घोटाला: ACB से लगातार जारी हो रहे नोटिस, पूछताछ में शामिल होने नहीं पहुंच रहा कोई

    Updated: Tue, 10 Jun 2025 07:39 AM (IST)

    रांची में शराब घोटाला मामले में ACB की जांच जारी है लेकिन पूछताछ के लिए बुलाए गए संदिग्ध शामिल नहीं हो रहे हैं। प्लेसमेंट एजेंसियों के कर्मी और ऑटोमोबाइल कारोबारी विनय सिंह भी अनुपस्थित रहे। ACB अब कानूनी कार्रवाई की तैयारी में है गिरफ्तारी वारंट जारी करने की संभावना है।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    राज्य ब्यूरो, रांची। राज्य में शराब घोटाला मामले में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम में जांच कर रही एसीबी के लगातार नोटिस के बावजूद पूछताछ में शामिल होने के लिए कोई नहीं पहुंच रहा है।

    पिछले हफ्ते विभिन्न प्लेसमेंट एजेंसियों से जुड़े और शराब के कारोबार से जुड़े करीब डेढ़ दर्जन संदिग्धों को एसीबी ने नोटिस जारी किया था, लेकिन पूछताछ में शामिल होने वालों की संख्या नगण्य रही।

    सोमवार को छत्तीसगढ़ की प्लेसमेंट एजेंसी एटूजेड इंफ्रा सर्विस के कर्मियों-पदाधिकारियों को एसीबी ने पूछताछ के लिए नोटिस भेजकर बुलाया था। वे भी एसीबी की पूछताछ में शामिल नहीं हो सके।

    एसीबी ने रांची के ऑटोमोबाइल कारोबारी विनय सिंह को दो-दो समन कर दिया है, लेकिन वे भी एसीबी के सामने उपस्थित नहीं हुए हैं।

    विनय सिंह उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के पूर्व प्रधान सचिव सह जेएसबीसीएल के पूर्व महाप्रबंधक विनय कुमार चौबे के करीबी हैं। उनपर चौबे के काले धन के निवेश संबंधित आरोपों के संदर्भ में एसीबी पूछताछ करना चाहती है। पूछताछ पूरी नहीं हो पाने के चलते एसीबी की जांच आगे नहीं बढ़ पा रही है।

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    यही वजह है कि एसीबी अब विनय सिंह के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की तैयारी में है। एक और समन के बाद वे नहीं पहुंचेंगे तो एसीबी उनके विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट तक जारी करवा सकती है।

    एसीबी ने सोमवार को प्लेसमेंट एजेंसी एटूजेड इंफ्रा सर्विस के गुरुग्राम मुख्यालय के सीईओ अमित इंद्रसेन मित्तल, निदेशक दीपाली मित्तल, मनोज तिवारी, अरुण गौड़, रीतू गोयल, परमात्मा सिंह राठौर व प्रतिमा खन्ना को नोटिस भेजकर बुलाया था, लेकिन इनमें से कोई एसीबी की पूछताछ में शामिल नहीं हुआ।

    गौरतलब है कि एसीबी ने करीब 38 करोड़ रुपये के शराब घोटाला केस में अब तक पांच आरोपितों को जेल भेजा है।

    जेल जाने वाले इन आरोपितों में उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के पूर्व प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे, संयुक्त आयुक्त उत्पाद गजेंद्र सिंह, महाप्रबंधक वित्त सुधीर कुमार दास, पूर्व महाप्रबंधक वित्त सह अभियान सुधीर कुमार तथा प्लेसमेंट एजेंसी मार्शन के प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह शामिल हैं।

    एसीबी इनसे जुड़े दर्जनभर से अधिक संदिग्धों को पूछताछ के लिए नोटिस भेज चुकी है।

    आरोपितों की न्यायिक हिरासत अवधि 23 जून तक बढ़ी

    शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार आईएएस विनय कुमार चौबे सहित सभी आरोपितों की न्यायिक हिरासत अवधि 23 जून तक बढ़ गई है। सभी पांचों आरोपितों को एसीबी की विशेष अदालत में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रस्तुत किया गया था।

    सोमवार को पेशी के बाद सभी आरोपितों की न्यायिक हिरासत अवधि 23 जून तक के लिए बढ़ा दी है। आईएएस विनय कुमार चौबे व संयुक्त आयुक्त उत्पाद गजेंद्र सिंह 20 मई को गिरफ्तार हुए थे।

    वहीं, उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के महाप्रबंधक वित्त सुधीर कुमार दास, पूर्व महाप्रबंधक वित्त सह अभियान सुधीर कुमार तथा प्लेसमेंट एजेंसी मार्शन के प्रतिनिधि नीरज कुमार की गिरफ्तारी 21 मई को हुई थी।