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    Loan Scheme 2025: झारखंड सरकार दे रही 5 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त लोन, सिर्फ इन लोगों को मिलेगा फायदा

    Updated: Fri, 30 May 2025 07:16 PM (IST)

    झारखंड में मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए मत्स्य विभाग कई योजनाएं चला रहा है जिसके तहत मछली पालक किसानों को पांच लाख रुपये तक का केसीसी लोन ब्याज मुक्त दिया जा रहा है। 1559 किसानों को लोन स्वीकृत किया गया है। मत्स्य विभाग किसानों को उत्पादन बढ़ाने के लिए जागरूक कर रहा है और विभिन्न योजनाओं के तहत लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।

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    मछली पालकों को भी मिल रहा पांच लाख तक का केसीसी लोन

    मनोज सिंह, रांची। झारखंड में मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए मत्स्य विभाग की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही है। राज्य में अभी साढ़े तीन लाख मीट्रिक टन मछली का उत्पादन हो रहा है। राज्य के मछली पालक किसानों को योजनाओं का लाभ देकर मछली का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।

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    अब तक खेती करने के लिए ही किसानों को केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) लोन का लाभ मिलता था, लेकिन अब राज्य में मछली पालन करने वाले किसानों को भी इसका लाभ मिल रहा है।

    किसान मछली पालन करने के लिए पांच लाख रुपये तक का केसीसी लोन ले पाएंगे। पहले यह राशि तीन लाख रुपये थी, जिसे बढ़ाया गया है। यह लोन भी ब्याज मुक्त होगा, इसका लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा, जो लोन की राशि का किस्त वार भुगतान करेंगे।

    केसीसी लोन प्राप्त करने के लिए किसान को किसी प्रकार की गारंटी की जरूरत नहीं होगी। मछली पालक किसान को बस अपने पहचान से संबंधित दस्तावेज के साथ संबंधित जिला के मत्स्य पदाधिकारी की सत्यापन की जरूरत होगी।

    1559 किसानों को मिला केसीसी लोन

    राज्य में मछली पालन करने वाले 1559 किसानों का केसीसी लोन स्वीकृत किया गया है। राज्य में कुल 3044 किसानों ने केसीसी लोन लेने के बैंक को आवेदन दिया था। जिसमें अभी तक 1559 का लोन स्वीकृत हुआ है। शेष अभी लंबित है। उक्त लोन उन्हीं मछली पालक किसान को मिलेगा, जो विभाग की ओर से बनाई गई समितियों से संबंधित होंगे। उनका समिति में पंजीयन होगा।

    इसके बाद जिला मत्स्य पदाधिकारी लोन के आवेदन को सत्यापित करेंगे। इसके लिए बैंकों की ओर से लोन की राशि निर्धारित की गई है। जिसमें केज, तालाब, मछली का बीज उत्पादन, बतख पालन सहित अन्य योजनाएं शामिल हैं।

    मत्स्य विभाग के निदेशक डॉ. एचएन द्विवेदी की माने तो अभी तक मछली पालकों में जागरूकता की कमी होने के कारण लोन के लिए कम ही आवेदन आए हैं।

    उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से इसका प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है। जिन्हें लोन प्राप्त करना है। वह अपने जिला के मत्स्य पदाधिकारी के यहां संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय मछली विकास बोर्ड के वेबसाइट पर जाकर अपना पंजीयन कर सकते हैं। यहां पर निबंधन करने पर विभाग की ओर से दी जा रही सभी सुविधाओं का लाभ मिलेगा।

    मछली पालकों को केसीसी लोन का फायदा उठाकर उत्पादन में बढोत्तरी करनी चाहिए। केसीसी लोन के संबंध में जिला मत्स्य पदाधिकारी के कार्यालय से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। बिना ब्याज के पांच लाख तक केसीसी लोन दिया जा रहा है। - डॉ. एचएन द्विवेदी, निदेशक, मत्स्य पालन विभाग

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