रांची में एक्स आर्मी मैन के यहां पुलिस की रेड, बेड से बिस्तर हटाया तो...; बाप-बेटे की मिलीभगत से चल रहा था धंधा
रांची के लोअर बाजार थाना क्षेत्र में जाली नोटों के कारोबार का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर उसके पास से 500 रुपये के 37 जाली नोट बरामद किए हैं। आरोपी सुभाष प्रसाद के घर से 29 और नकली नोट मिले। सुभाष ने बताया कि उसे ये नोट ट्रेन में मिले थे और वह एक्स आर्मी मैन है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, रांची। लोअर बाजार थाना क्षेत्र में जाली नोट के एक बड़े कारोबार का भंडाफोड़ करते हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और उसके पास से 500 मूल्य के 37 जाली नोट बरामद किए हैं।
डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के निर्देश पर गठित पुलिस टीम ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया और किशोर की निशानदेही पर कालीनगर थाना नामकुम निवासी सुभाष प्रसाद के घर छापेमारी की।
वहां से पुलिस ने बिछावन के नीचे रखे 29 पीस नकली नोट बरामद किए। पुलिस को यह सफलता जमाल नाम के व्यक्ति द्वारा दिए गए एक आवेदन के बाद मिली।
जमाल ने पुलिस को बताया कि उसकी सुधा कॉम्प्लेक्स स्थित मोबाइल की दुकान पर एक लड़का आया था, जिसने 3500 रुपया का एक मोबाइल खरीदा और भुगतान में 500 रुपया के सात जाली नोट दिए।
जमाल ने जब नोटों को ध्यान से देखा, तो उसे पता चला कि सभी नोट नकली थे और कई नोटों का सीरियल नंबर एक ही सीरीज का था। उसके बाद उसने तुरंत अन्य दुकानदारों को इसकी सूचना दी और किशोर से पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान किशोर ने बताया कि उसके पिता सुभाष प्रसाद के पास, कालीनगर थाना नामकुम स्थित उनके घर पर, इसी तरह के और भी जाली नोट रखे हुए हैं।
इस जानकारी के आधार पर पुलिस की टीम ने तुरंत सुभाष प्रसाद के कालीनगर स्थित घर पर छापा मारा। तलाशी के दौरान पुलिस को सुभाष प्रसाद के बिस्तर के नीचे से 500 मूल्य के 29 जाली नोट बरामद हुए। इन नोटों में भी कई का सीरियल नंबर एक ही था, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि बरामद नोट नकली थे।
पुलिस ने सुभाष प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया है और उससे बरामद जाली नोटों के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
एसएसपी ने गुरुवार को अपने कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस पूरे मामले का खुलासा किया। पुलिस अब इस जाली नोट के नेटवर्क के अन्य सदस्यों और इसके स्रोत का पता लगाने की कोशिश कर रही है। वहीं, सुभाष प्रसाद एक्स आर्मी मैन है वह बोरिंग का काम करते है।
कैसे मिला नोट?
सुभाष प्रसाद ने पुलिस को बताया कि वह गया जा रहे थे, उसी दौरान ट्रेन में शराब की छापेमारी हो रही थी। सुभाष प्रसाद के पास कुछ व्यक्ति बैठे हुए थे जो छापेमारी के दौरान वह लोग बैग छोड कर भाग निकले।
वहीं, बैग में सुुभाष ने नोट देखा तो उसे उठा लिया। वह रांची आने के बाद उस नोट को कई जगह पहले भी इस्तेमाल कर चुके थे, लेकिन अभी तक पकड़े नहीं गए थे।
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