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    Jharkhand News: टीबी मरीजों के लिए अच्छी खबर, 4 दिन के अंदर अकाउंट में सीधे जाएंगे 6000 रुपये

    Updated: Fri, 30 May 2025 07:13 PM (IST)

    रांची में राज्य के सभी टीबी रोगियों को पोषण के लिए 6000 रुपये मिलेंगे। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल सर्जनों को चार दिनों के भीतर यह राशि स्थानांतरित करने का निर्देश दिया है। यह राशि निक्षय पोषण योजना के तहत दी जाएगी। अपर मुख्य सचिव ने कोविड से निपटने की तैयारियों की भी समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए।

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    खबर की प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    राज्य ब्यूराे, रांची। राज्य के सभी टीबी मरीजों को पोषण के लिए एकमुश्त छह हजार रुपये चार दिनों के भीतर उनके बैंक खाते में हस्तांतरित होंगे।

    छह माह की यह राशि निक्षय पोषण योजना के तहत मरीजों के पोषण के लिए होगी। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने चार दिनों के भीतर उक्त राशि हस्तांतरित करने के निर्देश सभी सिविल सर्जनों को दिए हैं।

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    वे शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा कर रहे थे।

    अपर मुख्य सचिव ने कहा कि सभी जिले आनेवाले चार दिनों में अपने जिले के सभी टीबी मरीजों को निक्षय पोषण योजना के तहत पोषाहार राशि का भुगतान कर दें।

    चार दिनों के बाद फिर वे इसकी समीक्षा करेंगे। सभी पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत बनाना है। कोशिश होनी चाहिए कि अतिशीघ्र सभी पंचायत टीबी मुक्त हो जाएं।

    मरीजों को पहले इस योजना के तहत पांच सौ रुपये दिए जाते थे, लेकिन अब इसे बढ़ाकर एक हजार रुपये कर दिया गया है। इस तरह प्रत्येक मरीज को छह माह के लिए छह हजार रुपये डीबीटी के माध्यम से मिलेंगे।

    अपर मुख्य सचिव ने सभी जिलों को मिजल्स रूबेला टीकाकरण का कवरेज बढ़ाने के भी निर्देश दिए। साथ ही एमआर वन और टू के बीच अंतर कम करने पर जोर दिया।

    उन्होंने सभी सिविल सर्जनों को प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट योजना तथा 15वें वित्त आयोग की राशि से हो रहे कार्यों में तेजी लाने तथा वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट देने को कहा।

    कोविड से निपटने की हो पुख्ता तैयारी

    इस दौरान अपर मुख्य सचिव ने कोविड से निपटने की तैयारी की भी समीक्षा की। समीक्षा के दौरान बेड की उपलब्धता, ऑक्सीजन की उपलब्धता की स्थिति, पीएसए प्लांट की क्रियाशीलता और दवाओं की उपलब्धता आदि विषयों की जानकारी लेते हुए सभी जिलों को पुख्ता तैयारी करने को कहा।

    उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन अपने स्तर से समीक्षा करें ताकि, कहीं कोई कमी नहीं रहे और किसी मरीज को कोई परेशानी नहीं हो। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अभियान निदेशक अबु इमरान तथा विभाग के संयुक्त सचिव विद्यानंद शर्मा पंकज के साथ कई अधिकारी उपस्थित थे।