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    सत गुण की वृद्धि स्वर्ग, तमो गुण की वृद्धि ही नर्क

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 11 Jan 2018 08:49 PM (IST)

    रांची : हमारा जीवन तीन गुणों से बना है। सत, रज, तम। जब हमारे चित्त में सत गुणों की वृद्धि होगी त ...और पढ़ें

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    सत गुण की वृद्धि स्वर्ग, तमो गुण की वृद्धि ही नर्क

    रांची : हमारा जीवन तीन गुणों से बना है। सत, रज, तम। जब हमारे चित्त में सत गुणों की वृद्धि होगी तो हमें स्वर्ग की अनुभूति होगी और जीवन में तमस के गुणों की वृद्धि हमें नर्क की अनुभूति कराएगा। जीवन में समर्पण का भाव बहुत जरूरी है। सुदामा चरित्र, उद्धव गीता, श्रीकृष्ण स्वधाम गमन, परीक्षित मोक्ष आदि प्रसंगों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि रिश्ते लेन-देन से नहीं चलते, प्रेम और समर्पण से ही चलते हैं। श्रीकृष्ण प्रेम की ऐसी मूरत थे, जिनका जीवन जन्म से लेकर मोक्ष तक समर्पण भाव से भरा था।

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    भगवान श्रीकृष्ण के साथ उद्धव संवाद की चर्चा करते हुए पंडित विजयशकर मेहता ने कहा कि जब उद्धव भगवान से पूछते हैं कि भगवान को प्राप्त करने का सबसे सुगम मार्ग क्या है? इस पर भगवान कहते हैं कि बस मुस्कुराइए, खुश रहना ही भगवान को प्राप्त करने का सबसे सुगम मार्ग है।

    पंडितजी ने जीवन के विभिन्न चरणों की व्याख्या करते हुए कहा कि लोगों के मन में स्वार्थ की भावना की वृद्धि ही समस्त दुखों का कारण है। हमारी उम्र दिनोंदिन हमें मृत्यु की ओर ले जा रही है। ये शरीर जब तक साथ देता है, हमें शुभ कार्य कर लेना चाहिए। मनुष्य का अंतिम समय तो संन्यास का होता है, लेकिन लोग संन्यास का अर्थ सबकुछ त्याग कर जंगल की ओर प्रस्थान करना समझ लेते हैं, जबकि संन्यास तो जीवन की कामनाओं से मुक्ति का नाम है। कलियुग की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कलियुग में भागवत कथा के श्रवण से ही जीवन का कल्याण होगा। भागवत से ही जीवन में प्रेम का प्रसार होगा।

    संजय सेठ सहित कई लोगों ने किया स्वागत

    व्यासपीठ पर विराजमान पंडित विजयशकर मेहता का झारखंड राज्य खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ, भाजपा नेता दीपक प्रकाश, प्रदीप वर्मा, सुनील सिंह, रविंद्र कुमार, अनिता पाठक, सूरजभान सिंह, अरुण सिंह, ममता पाठक, दीप्ति बजाज, छत्रधारी महतो, विमलेश सिंह, राजेंद्र सिंह, शत्रुघ्न लाल गुप्ता, राजेंद्र सिंह सलूजा, चंदन सिंह, कृष्णा पेाद्दार, प्राची अंकिता, सौरभ कुमार, संजीव गोस्वामी, विपिन राय, राकेश गुप्ता और संजय बोस आदि ने माल्यार्पण कर स्वागत किया।

    पूर्णाहुति में इनका रहा योगदान

    पूर्णाहुति में राकेश भास्कर, धर्मेद्र तिवारी, चंदन सिंह, अरुण सिंह, सुधीर कुमार, शिवनारायण मुंधड़ा, केके पोद्दार, विनय जायसवाल, रामदेव पाडेय, फारुख खान, रंजन सिंह, रंजीत गुप्ता, राकेश गुप्ता, ब्रजेश कुमार और प्रमोद सारस्वत आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा। आओ करो ये वादा, हम खुद को खुश रखेंगे, जितना बनेगा सबके दुख दूर हम करेंगे.. के भजन के साथ पूर्णाहुति हुई। लोगों से खुश रहने की अपील करते हुए पंडित जी ने लोगों से विदाई ली।

    एक शाम युवाओं के नाम आज

    रांची : राष्ट्रीय युवा दिवस पर पंडित विजयशकर मेहता का मेरा प्रबंधक मैं विषयक व्याख्यान संध्या 6 बजे से आयोजित होगा। इसका सीधा प्रसारण संस्कार चैनल पर किया जाएगा। कार्यक्रम के माध्यम से 48 देशों के सवा करोड़ लोग एक साथ एक ही समय पर श्री हनुमानचालीसा का सामूहिक जप करेंगे। संस्थान के अध्यक्ष राकेश भास्कर ने बताया कि श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए और कुर्सियों की व्यवस्था की जा रही है।

    युवा दिवस पर रक्तदान शिविर और भंडारा

    सात दिनों से चल रही श्रीमद् भागवत कथा की पूर्णाहुति के बाद 12 जनवरी राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर श्री हनुमान सेवा संस्थान द्वारा सुबह 10 बजे से रक्तदान शिविर और दोपहर 12 बजे से भंडारा का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के सह संयोजक अभिषेक जैन ने बताया कि संस्थान के करीब 200 कार्यकर्ता कल रक्तदान करेंगे। साथ ही भंडारा में 10 हजार लोग प्रसाद ग्रहण करेंगे। भंडारे के प्रसाद निर्माण के लिए समाज के कई लोगों का सहयोग मिल रहा है।

    झाड़ू लगा स्वच्छता का दिया संदेश

    रांची : स्वच्छता में ही ईश्वर का वास होता है। इन्हीं संदेशों के साथ जीवन प्रबंधन गुरु पंडित विजयशकर मेहता ने सड़क पर झाड़ू लगाकर लोगों से स्वच्छ रांची बनाने की अपील की। पर्यावरण संरक्षण मंच द्वारा आयोजित स्वच्छता अभियान के कार्यक्रम में मंच के सदस्यों और स्कूली बच्चों ने सड़क पर झाड़ू लगाकर लोगों से अपील की कि वे अपने आसपास सफाई का विशेष ध्यान रखेंगे। डीएवी गांधीनगर के स्कूली बच्चों व स्थानीय लोगों को मंच के सदस्य नवीन झा ने स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई।