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    Land Mutation: जनता दरबार से डीसी ने सीओ को फोन किया, तो कुछ मिनटों में ही हो गया म्यूटेशन

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 08:32 AM (IST)

    नक्सली त्रिलोचन सिंह के परिवार ने जमीन संबंधी समस्या रखी जिस पर उपायुक्त ने तुरंत कार्रवाई की। अन्य मामलों में राकेश कुमार चौधरी के म्यूटेशन मामले का भी समाधान किया गया। कांके थाना क्षेत्र में मारपीट की शिकायत पर एसएसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए गए। उपायुक्त मंजूनाथ ने सभी आवेदनों पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए और जनता दरबार को प्रशासन तक सीधी पहुंच का प्रभावी माध्यम बताया।

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    जनता दरबार से डीसी ने सीओ को फोन किया, तो कुछ मिनटों में ही हो गया म्यूटेशन

    जागरण संवाददाता, रांची। दस साल पहले ‘नई दिशा’ के तहत नक्सली त्रिलोचन सिंह ने आत्मसमर्पण किया था। सरेंडर पालिसी के तहत सरकार ने उन्हें चार डिसिमल जमीन दी, लेकिन उनके स्वजन आजतक उस प्लाट पर कोई कार्य नहीं करा पाए थे।

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    सोमवार को उनके भाई और उनकी पत्नी यह फरियाद लेकर जनता दरबार में पहुंचे थे। दोनों जब उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री से मिलकर बाहर निकले तो उनके चेहरे खिले हुए थे। दोनों ने कहा कि डीसी साहब ने आवेदन पढ़ते ही संबंधित सीओ को फोन करके निर्देश दिया कि हमलोगों को दूसरी जगह जमीन उपलब्ध कराई जाए। यह हमारे लिए बहुत बड़ी मदद है।

    डीसी सहाब ने हमें मंगलवार को जनता दरबार में सीओ से मिलने को भी कहा है। इसी तरह राकेश कुमार चौधरी के मामले में डीसी ने सीओ से कहा कि सक्सेशन म्यूटेशन का मामला लेकर चौधरी आपके पास जाएंगे, फौरन इनका म्यूटेशन करिए।

    शिकायत मिली है कि उन्हें बार-बार अंचल कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है। अपने कार्यालय की छवि मत खराब होने दीजिए। इसके कुछ मिनटों के बाद सीओ शहर ने आवेदक को फोन करके बताया कि आपका म्यूटेशन हो गया है।

    कार्रवाई के लिए एसएसपी को लिखा:

    कांके थाना क्षेत्र में मारपीट के बाद एफआईआर दर्ज होने पर भी आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होने की शिकायत लेकर पीड़ित जनता दरबार पहुंचा। 28 अगस्त को होचर बस्ती में चार-पांच अपराधियों ने अहमद रजा से मारपीट और छिनतई की थी।

    डीसी ने एसएसपी से पत्राचार कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। जनता दरबार में बड़ी संख्या में फरियादी पहुंचे थे। फरियादियों ने राजस्व, जमीन विवाद, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं, पेंशन, शिक्षा, पुल निर्माण आदि से संबंधित आवेदन दिए।

    देर शाम तक उपायुक्त ने प्रत्येक आवेदन को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित पदाधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। उपायुक्त मंजूनाथ ने कहा कि जनता दरबार आमजनों के लिए प्रशासन तक सीधी पहुंच का सबसे प्रभावी माध्यम है।

    उन्होंने सभी पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि जनता दरबार में प्राप्त प्रत्येक आवेदन का निस्तारण प्राथमिकता और पारदर्शिता के साथ किया जाए।

    प्रशासन का उद्देश्य है कि किसी भी उचित फरियाद को अनसुना न किया जाए और जिला प्रशासन की छवि आमजन के बीच विश्वास की हो। रांची जिला प्रशासन जनता दरबार के माध्यम से लगातार यह प्रयास कर रहा है कि कोई भी नागरिक अपनी समस्या के समाधान से वंचित न रहे।