कुख्यात अपराधी अमन साव व 4 शूटर रिमांड पर, पूछताछ में हो सकते हैं बड़े खुलासे Ranchi News
Jharkhand News. इन शूटरों का संबंध गैंगस्टर सुजीत सिन्हा और उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ से भी है। व्यवसायी की हत्या के लिए ये चुटिया में एक किराये का मकान लेकर रहते थे।
रांची, जासं। रांची के 4 कोयला व्यवसायियों की हत्या के लिए रांची आने पर पकड़े गए कुख्यात गैंगस्टर अमन साव गैंग के पांच शूटरों में से चार को पुलिस ने रिमांड पर लिया है। इसके अलावा कुख्यात गैंगस्टर अमन साव को भी रांची पुलिस ने रिमांड पर लिया है। अमन साव से रांची पुलिस कई मामले को लेकर पूछताछ करेगी। कुख्यात गैंगस्टर अमन साव को रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए उसके एक साथी के साथ बीते 20 जुलाई को गिरफ्तार किया था।
दोनों अपराधियों को रांची पुलिस ने धुर्वा थाना क्षेत्र के सखुआ बगान से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार हुए अपराधियों में अमन साव और जयशंकर दुबे उर्फ राहुल दुबे शामिल था। अमन साव के खिलाफ राज्य के अलग अलग जिलों में 49 मामले दर्ज हैं।
चारों शूटरों को पुलिस ने 24 घंटे के रिमांड पर लाया है। पुलिस चारों अपराधियों से पूछताछ कर रही है। इन शूटरों का संबंध गैंगस्टर सुजीत सिन्हा और उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ से भी है। व्यवसायी की हत्या के लिए पांचों शूटर चुटिया में एक किराये का मकान लेकर रहते थे। व्यवसायी की हत्या के लिए पिछले 10 दिनों से रेकी कर रहे थे। इस बीच 12 जुलाई को पुलिस ने पांचों को दबोच लिया था। इन अपराधियों का योजना एक के बाद एक कर चार की हत्या करना था।
ये हुए थे गिरफ्तार
धनबाद जिले के तेतुलमारी थाना क्षेत्र निवासी अभिजीत कुमार सिंह उर्फ सेंटी सिंह, रांची जिले के सिकिदिरी थाना क्षेत्र निवासी अजय कुमार, चुटिया थाना क्षेत्र के पावर हाउस के समीप रहने वाले जगत कुमार उर्फ लक्की उर्फ गोलू, अनगड़ा थाना क्षेत्र के शिवनारायण महतो व रातू थाना क्षेत्र के समीर कुमार बागची उर्फ कल्लू बंगाली शामिल हैं। इनमें एक अपराधी कोरोना संक्रमित मिला है, जिसे डोरंडा स्थित कोविड-19 सेंटर में रखा गया है।
अंडर कवर टीम ने दबोचा था, नहीं पकड़े जाने पर बैक टू बैक होता खून
रांची पुलिस की अंडर कवर टीम ने ऑपरेशन कर चार व्यवसायियों की जान बचा ली थी। पुलिस की टीम इन्हें नहीं पकड़ पाती, तो बैक टू बैक खून बहता। कोयला व्यवसायी विपिन मिश्रा, आरडी साव रांची के खलारी, रामगढ़, लातेहार से लेकर धनबाद तक कोयला का व्यवसाय करते हैं। इनसे लगातार रंगदारी मांगी जा रही थी। रंगदारी की रकम नहीं देने की वजह से गैंगस्टर ने हत्या के लिए टार्गेट लिया था।
डाका और हत्या के लिए अपराधियों के जुटे होने की मिली थी सूचना
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि डकैती व किसी की हत्या करने के लिए चुटिया स्थित एक घर में अपराधी जमा हुए हैं। इस सूचना के बाद चुटिया पावर हाउस के नजदीक पुलिस की एक विशेष टीम पहुंची और अपराधियों को घेरकर दबोच लिया। इनके पास से हथियार और गोलियां बरामद की गई। पकड़े गए अपराधियों से पुलिस की पूछताछ जारी है।
समीर ने बुलवाया था शूटरों को
पकड़े गए अपराधियों में से समीर कुमार बागची उर्फ कल्लू बंगाली ने सभी शूटरों को बुलवाया था। सभी को चुटिया में रखने से लेकर हथियार मंगवाने तक की लाइजनिंग समीर का ही थी। समीर कुछ साल पहले तक पुलिस की मुखबिरी भी करता था। उसने जगत कुमार के साथ मिलकर चुटिया में सभी को रखवाया और व्यवसायी की हत्या के लिए लगातार टार्गेट लेता रहा। समीर ने ही गैंगस्टर अमन साव से पूरा गेमप्लान सेट किया था। इसके एवज में दो लाख रुपये सुपारी की रकम भी उठा चुका था।
ये हुए थे बरामद
7.65 एमएम के 6 पिस्टल, आठ चक्रीय रिवाल्वर एक पीस, छः चक्रीय रिवाल्वर एक पीस, देशी कट्टा दो पीस, 7.65 का गोली 37 पीस, 3.15 का गोली तीन पीस, 9 एमएम का गोली तीन पीस, 84 हजार नगद, एक चार पहिया वाहन, एक बाइक सहित अन्य समान बरामद किए गए।
छापेमारी टीम में ये थे शामिल
डीएसपी मुख्यालय वन नीरज कुमार, चुटिया थाना प्रभारी रवि ठाकुर, जगन्नाथपुर थाना प्रभारी अभय कुमार सिंह, मांडर थानेदार राणा जंगबहादुर सिंह, एएसआइ शाह फैसल, पीएसआइ राजीव रंजन, अंकु कुमार, विजय कुमार एसएसपी की क्यूआरटी, चुटिया थाने की पुलिस बल शामिल थी।
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