श्रावणी मेले में दिखेगा AI और ड्रोन तकनीक का जलवा, कांवड़ियों की सुविधा के लिए होगा इस्तेमाल
देवघर में श्रावणी मेला की तैयारी अंतिम चरण में है। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने बताया कि मेले में 32 अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र 41 एंबुलेंस और 160 चिकित्सक उपलब्ध रहेंगे। पहली बार ड्रोन से रक्त की आपूर्ति होगी। एआई आधारित निगरानी प्रणाली से भीड़ नियंत्रण और आपदा चेतावनी दी जाएगी। नकली दवाओं और मिलावटी भोजन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

राज्य ब्यूरो, रांची। देवघर के श्रावणी मेला की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस बार मेले में एआइ तकनीक और ड्रोन का जलवा दिखेगा। मंगलवार को राज्य सरकार के स्वास्थ्य, खाद्य आपूर्ति एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डा. इरफान अंसारी ने मेले की तैयारियों के निमित्त उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की।
ड्रोन के जरिए ब्लड बैंक से होगी रक्त आपूर्ति
समीक्षा बैठक में मेले की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा हुई। इरफान अंसारी ने बताया कि 32 अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र, 41 एंबुलेंस, 160 चिकित्सक और 300 प्रकार की दवाएं उपलब्ध होंगी।
एआइ आधारित निगरानी प्रणाली भीड़ नियंत्रण, आपदा चेतावनी और चिकित्सा जरूरतों की पहचान करेगी। ड्रोन के जरिए ब्लड बैंक से रक्त आपूर्ति होगी, जो देश के किसी मेले में पहली बार होगा। एनडीआरएफ की टीमें आपात स्थिति के लिए तैनात रहेंगी।
नकली दवा बेचने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
मंत्री ने नकली दवाओं, नशाखोरी और मिलावटी भोजन पर सख्त रुख अपनाया। औषधि निरीक्षण दल और ड्रग इंस्पेक्टर संदिग्ध दवाओं की जांच करेंगे। नशाखोरी रोकने के लिए विशेष पुलिस टीमें गश्त करेंगी। खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिलावटी भोजन बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने सभी विभागों की तैयारियों का पीपीटी प्रस्तुत किया। बैठक में देवघर विधायक सुरेश पासवान, सारठ विधायक उदय शंकर सिंह, पुलिस अधीक्षक अजीत पीटर डुंगडूग, सिविल सर्जन युगल किशोर चौधरी सहित कई अधिकारी मौजूद थे। मंत्री ने अधिकारियों को कहा कि श्रद्धा के साथ सुरक्षा के मंत्र के साथ मेला को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाएं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।