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    दिशोम गुरु के संस्कार भोज में उमड़ेगा जनसैलाब, मेन्यू में दही-चूड़ा-गुड़ से मांस-भात तक; 5000 बकरा-खस्सी पहुंचा नेमरा

    Updated: Fri, 15 Aug 2025 09:29 AM (IST)

    मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पैतृक गांव नेमरा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दिवगंत शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देने आएंगे। उनके साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी शामिल हो सकते हैं। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था लुकैयाटांड़ में की गई है।

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    दिशोम गुरु के संस्कार भोज में उमड़ेगा जनसैलाब। (जागरण)

    संवाद सूत्र, जागरण, बरलंगा (रामगढ़)। रामगढ़ के नेमरा गांव में 16 अगस्त को आयोजित होने वाले दिशोम गुरु शिबू सोरेन के संस्कार भोज की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इस आयोजन में राज्य भर से लोग पहुंचेंगे। नेताओं-मंत्रियों-अधिकारियों समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग भी यहां पहुचेंगे।

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    ओडिशा, बंगाल, छत्तीसगढ़ व बिहार से भी गुरुजी के समर्थकों और चाहने वालों के आने की संभावना है। माना जा रहा है कि आयो जन में एक लाख से अधिक लोग नेमरा पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्वयं तैयारियों का जायजा ले रहे हैं।

    आने वाले लोग सुव्यवस्थित तरीके से संस्कार भोज ग्रहण कर सकें, इसकी तैयारी तेज हो गई है। संथाली व स्थानीय पारंपरिक रीति-रिवाज से गुरुजी के संस्कार भोज के मैन्यू में दही-चूड़ा-गुड़ से लेकर, विभिन्न तरह के व्यंजन की व्यवस्था है।

    गुरुजी शिबू सोरेन के पारिवारिक सूत्रों के अनुसार संस्कार भोज में एक लाख से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है। इसी अनुरूप तैयारी की जा रही है। संस्कार भोज के लिए पांच अलग-अलग वाटरप्रूफ पंडालों का निर्माण हो रहा है।

    प्रत्येक पंडाल का आकार 3,600 वर्ग फीट की होगी। चार पंडाल में आम लोगों के लिए तो एक पंडाल विशिष्ट लोगों के लिए होगी। एक पंडाल में एक बार में दो हजार लोगों के एक साथ बैठकर खाने की व्यवस्था की जा रही है। इस तरह पांचो पंडालों में एकबार में एकसाथ 10 हजार लोग भोजन करेंगे।

    भीड़ चाहे जितना भी हो अतिथियों को सुव्यवस्थित तरीके से भोजन कराने की व्यवस्था की गई है। रांची व बंगाल के रसोइया अलग-अलग प्रकार के व्यंजन बनाएंगे। प्रत्येक पंडाल के टेबल में वेटर मेहमानों को खाना परोसेंगे।

    इसके लिए एक हजार से अधिक कुक, वेटर व मजदूर को जिम्मेदारी दी गई है। व्यंजन में दही-चुड़ा-गुड़, साग, दाल तड़का, बैंगन भाजी, पुड़ी, कचौड़ी, मिक्स भेज, आलू-बैंगन, मटर पनीर, कोंहड़ा-आलू, बुंदिया, रायता आदि की व्यवस्था रहेगी। विभिन्न तरह के मिष्टान्न भी भोज में परोसे जाएंगे।

    बताया गया कि रांची व बंगाल के कुक अलग-अलग व्यंजन बनाएंगे। हर पंडाल के टेबल में वेटर मेहमानों को खाना परोसेंगे। इसके लिए एक हजार से अधिक कुक, वेटर व मजदूर को जिम्मेवारी दी गई है।

    व्यंजन में दही- चुड़ा-गुड़, साग, दाल तड़का, बैगन भाजी, पुड़ी, कचौड़ी, मिक्स भेज, आलू-बैंगन, मटर पनीर, कोंहड़ा-आलू, बुंदिया, रैयता से लेकर मांस-भात की अलग-अलग व्यवस्था रहेगी। विभिन्न तरह के मिठाईयां भी भोज में शामिल रहेगा। अति विशिष्ट अतिथियों, विशिष्ट अतिथियों व अन्य अतिथियों के लिए संस्कार भोज में अलग- अलग व्यवस्था रहेगी।

    संस्कार भोज में 300 क्विंटल मांस की रहेगी व्यवस्था, 5000 बकरा पहुंचा नेमरा

    गुरुजी के संस्कार भोज के व्यंजन में 300 क्विंटल मांस की व्यवस्था की गई। इसको लेकर गुरुवार को लगभग पांच हजार बकरा-खस्सी ट्रक के माध्यम से नेमरा गांव लाया गया है। गढ़वा, पलामू, चतरा, गोड्डा, जामताड़ा, आदि से बकरा मंगाया गया है।

    हेमंत ने पिता को अर्पित किया अन्न

    जलमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार को 10 नहान परंपरा का निर्वहन किया। अपने दिवंगत पिता को दतवन पानी, चावल आदि का अर्पण किया। इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 16 अगस्त को होने वाले संस्कार भोज की तैयारी में जुट गए।

    इधर, संस्कार भोज में वीआईपी के आगमन को लेकर बनाए गए चार हैलीपैड में हेलीकॉप्टर की लैंडिंग का ट्रायल किया गया। गुरुजी के श्राद्धकर्म के दौरान सुरक्षा व यातायात व्यवस्था को लेकर तैनात किए गए हैं। अतिरिक्त पुलिस पदाधिकारियों आईपीएस, डीएसपी की प्रतिनियुक्ति की गई है।

    नेमरा तक आने वाले सिल्ली-गोला मार्ग, ओरमांझी-सिकिदरी मार्ग में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। गोला-बरलंगा मार्ग के को पूरी तरह से दुरुस्त किया गया है।

    ओरमांझी से गोला की ओर 12 घंटे तक बड़े वाहनों की नहीं रहेगी नो इंट्री

    पूर्व मुख्यमंत्री एवं दिशोम गुरु शिबू सोरेन के रामगढ़ स्थित पैतृक गांव नेमरा में होने वाले श्राद्धकर्म कार्यक्रम को लेकर रांची जिला प्रशासन ने भई विशेष यातायात व्यवस्था लागू की है।

    16 अगस्त को ओरमांझी ब्लाक चौक से सिकिदिरी होते हुए गोला (रामगढ़) की ओर जाने वाले मार्ग पर सुबह 6 से रात 12 बजे तक छोटे-बड़े मालवाहक वाहनों का प्रवेश पूरी तरह वर्जित रहेगा। इसी तरह सिल्ली और मुरी होकर गोला (रामगढ़) जाने वाले मार्ग पर भी इस अवधि में मालवाहक वाहनों की आवाजाही पर रोक रहेगी।

    शनिवार को आयोजित श्राद्ध भोज में करीब पांच लाख लोगों के शामिल होने की संभावना है। भीड़ और यातायात प्रबंधन को देखते हुए प्रशासन ने पहले 24 घंटे का ब्लाक की योजना बनाई थी, लेकिन आम लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इसे घटाकर 12 घंटे किया गया। अन्य रूटों पर यातायात सामान्य रूप से संचालित होगा।

    कार्यक्रम स्थल से दो से तीन किलोमीटर की दूरी पर छह बड़े पार्किंग स्थल बनाए जा रहे हैं। लुकईयाटांड में लगभग तीन हजार वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था होगी। नेमरा गांव में वीवीआईपी के लिए करीब 50 वाहनों की पार्किंग और वहां से एक किलोमीटर दूर 50 अन्य वाहनों की व्यवस्था की जाएगी।

    बरलंगा थाना से लुकईयाटांड के बीच विभिन्न स्थानों पर भी वाहनों की पार्किंग की जाएगी, जहां कुछ जगहों पर पांच हजार तक वाहनों की क्षमता होगी। विधि-व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन की विशेष तैयारी कार्यक्रम के दौरान विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती होगी।

    जवानों को भीड़ नियंत्रण और आपात स्थिति से निपटने के निर्देश दिए जाएंगे। विभिन्न स्थानों पर बैरिकेडिंग की जाएगी, जबकि नेमरा में सड़क निर्माण का कार्य भी जारी है, ताकि आवागमन सुचारू रहे।