मोदी सरनेम मामले की सुनवाई के लिए कोर्ट नहीं पहुंचे राहुल गांधी, मांगा कुछ समय, अब 16 जून को लगानी होगी हाजिरी
मोदी सरनेम केस से जुड़े मानहानि के एक मामले पर एमपी-एमएलए मामले के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी अनामिका किस्कू की अदालत में सोमवार को सुनवाई होनी थी लेकिन राहुल गांधी इस दौरान उपस्थित नहीं हुए। अब कोर्ट ने अगली उपस्थिति के लिए 16 जून की तारीख निर्धारित कर समन भेजा है।
राज्य ब्यूरो, रांची। एमपी-एमएलए मामले के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी अनामिका किस्कू की अदालत में मोदी सरनेम मामले में राहुल गांधी से संबंधित याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान राहुल गांधी के अधिवक्ता ने समय देने की मांग की। अदालत ने आग्रह को स्वीकार करते हुए अगली सुनवाई 16 जून को निर्धारित की है।
सोमवार को अदालत में सुनवाई के लिए नहीं पहुंचे राहुल गांधी
मामले में अदालत ने राहुल गांधी को समन जारी किया है। सोमवार को इस मामले में कोर्ट में उनकी उपस्थिति की तिथि निर्धारित थी। लेकिन राहुल गांधी अदालत नहीं पहुंचे।
राहुल गांधी के विरुद्ध मोदी उपनाम पर टिप्पणी करने को लेकर अधिवक्ता प्रदीप मोदी ने 23 अप्रैल 2019 को न्यायालय में मुकदमा किया है, जिस पर सुनवाई लंबित है।
राहुल गांधी को अदालत सशरीर उपस्थित होने के लिए कहा गया था
इस मामले में राहुल गांधी को झारखंड हाई कोर्ट से अगस्त 2022 तक पीड़क कार्रवाई पर लगी रोक स्वत: समाप्त हो गई है। इसके बाद अदालत ने उपस्थिति को लेकर समन जारी किया। उनके अधिवक्ता ने फरवरी महीने में व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट की मांग करते हुए याचिका दाखिल की थी।
MP MLA कोर्ट के आदेश को राहुल गांधी ने दी हाई कोर्ट में चुनौती
तीन मई को सुनवाई के बाद अदालत ने उनकी याचिका खारिज कर दी है। गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रांची के एमपी-एमएलए कोर्ट में व्यक्तिगत हाजिर होने के आदेश को हाई कोर्ट में चुनौती दी है क्योंकि एमपी एमएलए कोर्ट ने राहुल गांधी की सशरीर उपस्थिति से छूट देने की याचिका खारिज कर दी है।
क्या है मामला
बता दें कि राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2019 के प्रचार के दौरान रांची के मोरहाबादी मैदान में कांग्रेस की सभा में नरेंद्र मोदी, नीरव मोदी, ललित मोदी का नाम लेने के साथ कहा कि 'जिनके नाम के आगे मोदी है, वे सभी चोर हैं।' इसे लेकर प्रदीप मोदी का कहना था कि एक चुनावी रैली के दौरान राहुल गांधी ने जिस तरह के आपत्तिजनक बयान दिए हैं उससे मोदी सरनेम वाले सभी लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।