नक्सली कुंदन के सरेंडर के विरोध में धरने पर बैठे विधायक विकास मुंडा
नक्सली कुंदन पाहन के सरेंडर का विरोध कर रहे विकास सिंह मुंडा तमाड़ के पूर्व विधायक स्व रमेश सिंह मुंडा के पुत्र हैं।
रांची, जेएनएन। माओवादियों का रीजनल कमांडर और पांच परगना क्षेत्र के नकस्ली कुंदन पाहन के सरेंडर और सरकार की ओर से धन राशि देने का विरोध शुरू हो गया है। आजसू के तमाड़ विधायक विकास सिंह मुंडा ने मोरहाबादी स्थित गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए हैं।
उन्होंने कहा कि जो नक्सली पूर्व मंत्री, पुलिस अफसर, आम जनता का हत्यारा है उसे सरकार सरेंडर कराकर इनाम दे रहा है। जिसे कानून के तहत सजा होना चाहिए उसका सरकार मेहमान की तरह स्वागत कर रही है। न जाने कितने हमारे जैसे होंगे, जिनके घर परिवार को कुंदन पाहन के द्वारा उजाड़ दिया गया होगा, और सरकार ऐसे नक्सली को सरेंडर कराकर इनाम दे रही है। अब हर कोई नक्सली बनेगा और कुछ दिन के बाद सरेंडर कर के रकम लेकर मौज मस्ती करेगा ।मैं इसका विर्रोध करता हूं जब तक इंसाफ नहीं मिलेगी, तब तक मेरा आंदोलन इस संबंध में जारी रहेगा ।
तमाड़ के पूर्व विधायक रमेश सिंह मुंडा के बेटे हैं विकास
नक्सली कुंदन पाहन के सरेंडर का विरोध कर रहे विकास सिंह मुंडा तमाड़ के पूर्व विधायक स्व रमेश सिंह मुंडा के पुत्र हैं। 9 जुलाई, 2008 को तमाड़ के तत्कालीन विधायक रमेश सिंह मुंडा को एक सभा के दौरान गोलियों से छलनी कर दिया गया था। सरेंडर करने वाला कुंदन पाहन ही उस घटना का मुख्य आरोपी है। कुंदन पर 30 जून, 2008 को बुंडू के तत्कालीन एसडीपीओ प्रमोद कुमार को आरक्षकों सहित उड़ा देने का भी मुख्य आरोप है।
रांची टाटा मार्ग पर 23 मई 2008 को आइसीआइसीआइ बैंक के 5 करोड रुपये और 1 किलो सोना लूटने का भी आरोप है। विशेष शाखा के इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार को अगवा कर गला काट कर हत्या में कुंदन को मुख्य आरोपी बनाया गया था। कुंदन पाहन पर पंच परगना क्षेत्र में नक्सलियों की हुकूमत चलाने का तमगा लगा हुआ था। वह अपने क्षेत्र में रॉबिनहुड के नाम से प्रसिद्ध था।
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